BJP सांसद अनुराग ठाकुर बोले, 'हम राणा सांगा के वंशज, गद्दारों की औलाद नहीं, तेरा खून जिहादी...'
Anurag Thakur on Rana Sanga: पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब देश राणा सांगा के शौर्य की बात करता है तो औरंगजेब को सम्मान देने वालों के सीने में शूल चुभ जाता है.

सपा सांसद रामजी लाल सुमन की तरफ से मेवाड़ के शासक राणा सांगा पर दिए विवादित बयान की चौतरफा आलोचना हो रही है. इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि 'नाम राम रखा है पर मर्यादा तुझे नहीं भाती, राणा को अपमानित करके लज्जा भी नहीं आती.'
इसके आगे उन्होंने कहा, "हम राणा सांगा के वंशज, गद्दारों की औलाद नहीं. लेकिन तेरा खून जिहादी, इसमें अब तनिक विवाद नहीं...एक हाथ नहीं, एक आंख नहीं, 84 घाव लगे तन में लेकिन क्षत्रिय राणा सांग डटे रहे रण में."
हम राणा सांगा के वंशज, गद्दारों की औलाद नहीं.
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) March 30, 2025
लेकिन तेरा खून जिहादी, इसमें अब तनिक विवाद नहीं.. pic.twitter.com/Q6yEY5LxSx
औरंगजेब विवाद पर भी बोले?
उन्होंने औरंगजेब विवाद पर भी बयान दिया. अनुराग ठाकुर ने कहा कि औरंगजेब को सम्मान देने वाले सेक्यूलर मैदान में कूद पड़े हैं. आक्रांताओं के सम्मान में, देश के सेक्यूलर मैदान में. इसकी होड़ लगी है. एक आक्रांता जिसने देश के बहुसंख्यकों पर अनगिनत अत्याचार किए, उनके नाम पर देश की सड़कों के नाम रखे गए. औरंगजेब की कब्र को राष्ट्रीय स्मारक बनाने का दर्जा भी दिया गया. टैक्स पेयर्स के पैसे से औरंगजेब की कब्र पर 24 घंटे अगरबत्तियां जलाने का काम किया जाता है.
पूरे देश के शिरोमणि थे राणा सांगा- अनुराग ठाकुर
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने ये भी कहा, "दूसरी तरफ जब ये देश राणा सांगा के शौर्य पर बात करता है तो इसके सीने में शूल सा चुभ जाता है. राणा सांगा राजस्थान के ही नहीं पूरे देश के शिरोमणि थे. जिनके शरीर पर अस्सी घाव थे, आंख से लेकर हाथ तक चला गया था, इसके बाद भी देश के लिए मिटने के लिए तैयार रहते थे."
'विश्व नेतृत्व के लिए भारत की ओर देख रहा'
30 मार्च को देहरादून के हिमालयन कल्चरल सेंटर में हिन्दू नव वर्ष के अवसर पर उत्कर्ष दून मेडिकल कॉलेज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने ये बातें कही. उन्होंने एक्स पर लिखा, "आज हम इतिहास के उस मोड़ पर खड़े हैं जहां विश्व नेतृत्व के लिए भारत की ओर देख रहा है. हमें हजार साल आगे के भारत की दिशा तय करनी है और यह काम युवाओं को करना है. आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विकास और विरासत के सामंजस्य की नीति के चलते पूरे विश्व में भारत के युवा भारत की संस्कृति की पहचान बन रहे हैं और हम ब्रांड भारत के उस निर्णायक मोड़ पर खड़े हैं जहाँ से हमारा सुनहरा और उज्ज्ल्व भविष्य दिख रहा है."
Source: IOCL
























