हरियाणा: 'AI से फैलाया झूठ, जल्दी हुआ बेनकाब', राहुल गांधी के ‘हाइड्रोजन बम’ पर मोहन लाल बड़ोली ने ली चुटकी
Haryana News: बीजेपी नेता मोहन लाल बड़ोली ने राहुल गांधी पर हरियाणा में वोट चोरी के झूठे आरोप फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राहुल ने AI की मदद से फर्जी जानकारी फैलाई, जिसका सच जल्द सामने आएगा.

बिहार में पहले चरण के मतदान से ठीक एक दिन पहले यानी 5 नवंबर को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हरियाणा में राजनीतिक ‘हाइड्रोजन बम’ फोड़ा है. इसके तहत राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में वोटों की चोरी का आरोप लगाया है. अब राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ आरोप पर बीजेपी नेता मोहन लाल बड़ोली ने चुटकी ली है.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए एक बड़ा झूठ फैलाया है और मंच सजा कर जनता को गुमराह करने की कोशिश की है. बड़ोली का कहना है कि कांग्रेस नेता की यह बयानबाजी चुनाव आयोग की साख पर सवाल उठाने वाला गैरजिम्मेदार कदम है.
AI से फैलाया गया झूठ- मोहन लाल बड़ोली
मोहन लाल बड़ोली ने कहा कि राहुल गांधी ने जिस प्रकार 25 लाख वोटरों और मालिकपुर गांव की बात की, वह पूरी तरह मनगढंत है. उन्होंने कहा कि राहुल ने ब्राजील की महिला और राई विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर 10 का ज़िक्र कर जनता को भ्रमित किया है. जौनपुर गांव के लोग खुद बता देंगे कि वहां कभी कोई विदेशी महिला वोट डालने नहीं आई. इसी तरह बरोटा गांव की भी झूठी चर्चा की गई है, जिसका जवाब गांव के लोग देंगे.
नेट पर सब उपलब्ध, झूठ जल्द पकड़ा गया- मोहन लाल बड़ोली
बड़ोली ने दावा किया कि इंटरनेट पर सभी सबूत मौजूद हैं जो राहुल गांधी के आरोपों को झूठ साबित करते हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह AI तकनीक का इस्तेमाल कर फर्जी जानकारी फैलाई गई, उसी तरह वह झूठ जल्द बेनकाब भी हो जाएगा. बड़ोली ने कहा कि राहुल गांधी एक सांसद होते हुए भी ऐसे गैरजिम्मेदार आरोप लगाकर लोकतांत्रिक संस्थाओं की साख को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
बिहार की जनता देगी जवाब- मोहन लाल बड़ोली
मोहन लाल बड़ोली ने कहा कि बिहार की जनता राहुल गांधी के इस राजनीतिक स्टंट का जवाब देगी. उन्होंने कहा कि जब राहुल गांधी को हार का अंदेशा हुआ, तब उन्होंने मंच सजा कर झूठे आरोप लगाना शुरू कर दिया. बड़ोली ने कहा कि देश की जनता सब समझती है और NDA की जीत से राहुल गांधी के आरोपों का जवाब देगी. उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस तरह की बयानबाजी न केवल सच्चाई से दूर है बल्कि लोकतंत्र के लिए भी हानिकारक है.
Source: IOCL




















