दिल्ली में खतरे के निशान को पार कर रही यमुना नदी! जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की चेतावनी जारी
Yamuna Level Rise: दिल्ली में यमुना का जलस्तर 204.56 मीटर तक पहुंच गया, जिससे बाढ़ की चेतावनी जारी की गई. संवेदनशील इलाकों में अलर्ट बढ़ाया गया, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की तैयारी शुरू की.

लगातार हो रही बारिश का असर अब दिल्ली में यमुना नदी पर साफ दिखने लगा है. यमुना नदी का जलस्तर मंगलवार (26 अगस्त) को चेतावनी स्तर पार कर 204.56 मीटर तक पहुंच गया. इसके बाद केंद्रीय जल आयोग (CWC) ने बाढ़ की चेतावनी जारी की.
ओल्ड रेलवे ब्रिज (ओआरबी) पर यह स्तर रात नौ बजे दर्ज किया गया. अधिकारियों ने आशंका जताई है कि जलस्तर 205.36 मीटर तक पहुंच सकता है, जो खतरे के निशान के बेहद करीब है. प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है ताकि संभावित खतरे से निपटा जा सके.
CWC ने जारी की चेतावनी
केंद्रीय जल आयोग ने बताया कि ओल्ड रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर बढ़ने के कारण बाढ़ की चेतावनी इसलिए जारी की गई क्योंकि यह खतरे के निशान यानी 205.33 मीटर के करीब पहुंच गया है. आयोग ने सभी प्रशासनिक इकाइयों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं. पीटीआई के अनुसार, नदी के तटबंधों के भीतर रहने वाले लोगों को चेतावनी दी जाएगी और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की तैयारी की जा रही है.
भर गए हैं बैराज, हर घंटे छोड़ा जा रहा है पानी
केंद्रीय बाढ़ कक्ष के अधिकारियों के अनुसार, वजीराबाद और हथिनीकुंड बैराज से हर घंटे छोड़ा जा रहा पानी यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी का मुख्य कारण है. छोड़े गए पानी को दिल्ली तक पहुंचने में 48 से 50 घंटे का समय लगता है. ऊपरी इलाकों से कम मात्रा में पानी छोड़े जाने के बावजूद जलस्तर बढ़ रहा है, जिससे स्थिति गंभीर हो सकती है. पूर्वानुमान के अनुसार, जलस्तर में थोड़ी और वृद्धि होगी, लेकिन आज शाम तक यह खतरे के निशान से नीचे रहने की संभावना है.
#WATCH | Yamuna river continues to flow near the danger mark in Delhi.
— ANI (@ANI) August 26, 2025
Visuals from the Old Yamuna Bridge. pic.twitter.com/l2T3ycutob
प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में लोगों को अलर्ट करना शुरू कर दिया है और तटबंधों के भीतर रहने वाले परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की व्यवस्था की जा रही है. पुराना रेलवे पुल बाढ़ निगरानी का प्रमुख बिंदु माना जाता है और यहां से ही नदी के प्रवाह और संभावित खतरे का आकलन किया जाता है.
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