सौरभ भारद्वाज के घर ED की रेड पर संदीप दीक्षित बोले, 'घोटाला तो है, इसमें कोई शक नहीं'
Saurabh Bharadwaj ED Raid: कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि इस केस में प्राथमिकता सीबीआई को देनी चाहिए थी. सीबीआई अच्छे से केस की जांच करती है.

दिल्ली आप के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज के आवास पर मंगलवार (26 अगस्त) को ईडी ने छापा मारा. अस्पताल निर्माण से जुड़े कथित घोटाले में हुई इस कार्रवाई से दिल्ली की सियासत में उबाल आ गया. आप ने इसे झूठा केस करार दिया और बीजेपी पर निशाना साधा. इस बीच कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि घोटाला तो है. उन्होंने कहा कि ये छापेमारी तो बहुत पहले हो जानी चाहिए थी.
कोविड में लोगों को सुविधा नहीं मिली- संदीप दीक्षित
संदीप दीक्षित ने कहा, "जो अस्पताल आज से 23 साल पहले बन जाने चाहिए थे, वो इन्होंने इतना लेट किया. कोविड में तो लोगों को सुविधाएं ही नहीं मिलीं. ये अस्पताल में शीला जी के समय में बनने शुरू हो गए थे. जिन कीमतों पर उस समय बनने थे या सामान्य एवरेज कीमतें जो मानी जाती थीं, उससे कई गुना ज्यादा में इन्होंने अस्पताल बनाने की कोशिश की. तो घोटाला तो है, इसमें कोई दोराय नहीं है."
केस में सीबीआई को देनी चाहिए थी प्राथिमकता- संदीप दीक्षित
न्यूज़ एजेंसी IANS से बातचीत में उन्होंने आगे कहा, "जब भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि हम जांच करेंगे तो मुझे आशा थी कि ढंग से होगा. इन रेड और तलाशी को तो बहुत पहले हो जाना चाहिए था. ये प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट में आता है जिसे सीबीआई देखती है. पूरे केस में अगर प्राथमिकता किसी को देनी चाहिए थी तो सीबीआई को देनी चाहिए थी. सीबीआई अच्छे से जांच भी करती है और गलती पाती है तो प्रॉसिक्यूट करवाती है. ईडी की मसला इसमें कहां जाता है, मैं नहीं जानता. हो सकता है होगा लेकिन ईडी को बाद में आना चाहिए."
दिल्ली: कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने अस्पताल निर्माण परियोजना में कथित अनियमितताओं के संबंध में AAP नेता सौरभ भारद्वाज के घर ED की छापेमारी पर कहा "...घोटाला तो है। इसमें कोई दोराय नहीं है। जब भाजपा ने जांच की बात कही थी, तो मुझे आशा थी कि यह ढंग से होगा। यह छापेमारी तो बहुत… pic.twitter.com/RZMjNR0gCJ
— IANS Hindi (@IANSKhabar) August 26, 2025
बीजेपी के एजेंट की तरह काम करती है ईडी- संदीप दीक्षित
संदीप दीक्षित ने ये भी कहा, "ईडी, कभी कभी मुझे शक होता है कि भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी दल एक नूरा कुश्ती के लिए कभी-कभी इस्तेमाल करते हैं. ईडी किसी संस्था की तरह काम नहीं करती बल्कि बीजेपी के एजेंट की तरह काम करती है.
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