जब जेल जा रहे थे तब अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा क्यों नहीं दिया? राघव चड्ढा ने दिया जवाब
Raghav Chadha News: आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि किसी को जेल में जबरदस्ती डालकर उससे इस्तीफा नहीं ले सकते हैं. जेल से बाहर आने के बाद न तो कोर्ट ने और न ही बीजेपी ने इस्तीफा मांगा.
Raghav Chadha On Arvind Kejriwal: दिल्ली के सीएम पद से अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे पर अभी भी सियासी चर्चा जारी है. इस बीच आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा से जब पूछा गया कि जब जेल जा रहे थे तब अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा क्यों नहीं दिया? इस पर राघव चड्ढा ने जवाब दिया है.
इंडिया टीवी से बातचीत में राघव चड्ढा ने कहा, ''इस सवाल का जवाब खुद अरविंद केजरीवाल जी ने दिया है. अगर वो जेल जाने से पहले या जेल जाने के बाद इस्तीफा दे देते तो एक पूर्वधारणा बन जाती कि जब भी सत्ता में कोई भी पार्टी है और उसे एक सरकार गिरानी है या कोई मुख्यमंत्री से इस्तीफा चाहिए तो केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करो और जेल में डाल दो. उसे इस्तीफा देना पड़ जाएगा ये धारणा सेट हो जाएगी.''
'उसूलों को तवज्जों देते हुए केजरीवाल ने इस्तीफा दिया'
इसके साथ ही उन्होनें कहा, ''किसी को जेल में जबरदस्ती डालकर उससे इस्तीफा नहीं ले सकते हैं. अगर सत्ता की लालसा होती तो फिर बाहर आने के बाद आपने तो इस्तीफा नहीं मांगा. कोर्ट ने भी इस्तीफा नहीं मांगा. बीजेपी ने भी इस्तीफा नहीं मांगा लेकिन उन्होंने उसूलों और मर्यादा को तबज्जो देते हुए इस्तीफा दे दिया.''
उन्होंने आगे कहा, ''जो ये कहते हैं या जिन लोगों का ये मानना है कि सहानुभूति पाने के लिए अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा दिया तो मैं सभी मंत्रियों और नेताओं से कहना चाहूंगा कि आप सभी को इस्तीफा दे दीजिए और सिंपैथी वोट बटोरिए. अगर आपको सिंपैथी वोट मिलेगा तो आप सभी को इस्तीफा देना चाहिए.
AAP सांसद राघव चड्ढा ने ये भी कहा, ''अरविंद केजरीवाल एक इज्जतदार शख्स हैं, जिन्हें ना सत्ता से और ना ही पावर से लालच है. उनके मन में उस कुर्सी से चिपककर बैठने की लालसा भी नहीं है. उन्होंने आज कोई पहली बार मर्यादा को ज्यादा तबज्जो देते हुए इस्तीफा नहीं दिया. उन्होंने पहले भी इस्तीफा दिया. जब वो इनकम टैक्स कमिश्नर की नौकरी करते थे तो चाहते तो लाखों करोड़ों कमा सकते थे.
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