दिल्ली में जलभराव को लेकर जिम्मेदारी तय, मंत्री प्रवेश वर्मा, बोले, '...तो सस्पेंड होंगे इंजीनियर'
Pravesh Verma News: दिल्ली सरकार ने मानसून से पहले जलभराव की समस्या से निपटने के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं. मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि इस बार जलभराव प्वाइंट्स पर जिम्मेदारी तय की गई है.

Waterlogging In Delhi News: मानसून से पहले दिल्ली सरकार ने राजधानी को जलभराव से मुक्त करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग (PWD) और जल मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा की निगरानी में इस बार हर जलभराव प्वाइंट पर जिम्मेदारी तय की गई है और स्पष्ट आदेश दिया गया है कि अगर कहीं बारिश के दौरान पानी भरा तो संबंधित इंजीनियर को सस्पेंड किया जाएगा.
PWD के मुताबिक, इस बार दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा साझा आंकड़ों के अनुसार 445 जलभराव प्वाइंट्स चिह्नित किए गए हैं. इनमें से 335 प्वाइंट्स की जिम्मेदारी PWD के अधीन आती है. इन सभी प्वाइंट्स पर AE और JE स्तर के इंजीनियरों को स्थानीय इनचार्ज नियुक्त किया गया है, जो जल निकासी, उपकरणों की उपलब्धता और आपातकालीन तैयारी सुनिश्चित करेंगे.
इनमें से 7 प्रमुख प्वाइंट्स की निगरानी खुद Engineer-in-Chief करेंगे. हर प्वाइंट पर प्रोजेक्ट इंजीनियर को “रिव्यू ऑफिसर” बनाया गया है, जबकि पंप ऑपरेटर तीन शिफ्टों में 24x7 तैनात रहेंगे. इनके लिए मानसून के दौरान अस्थायी आवास की व्यवस्था भी की जा रही है.
दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी एवं जल मंत्री प्रवेश वर्मा ने चेतावनी दी है कि किसी भी प्वाइंट पर लापरवाही पाई गई तो जिम्मेदार इंजीनियर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. “दिल्ली को जलभराव से मुक्त करना सिर्फ लक्ष्य नहीं, जिम्मेदारी है,” साथ ही दिल्ली में ड्रेनेज सिस्टम की सफाई का काम भी तेजी से चल रहा है.
दिल्ली को 35 ज़ोन में बांटकर डिसिल्टिंग का काम शुरू किया गया है. अब तक 50 किलोमीटर नालियों की सफाई हो चुकी है और 31 मई तक 1400 किलोमीटर तक सफाई का लक्ष्य है. PWD की रिपोर्ट रोजाना मंत्री प्रवेश वर्मा को भेजी जाएगी. सरकार का दावा है कि मानसून की पहली बारिश से पहले दिल्ली पूरी तरह तैयार होगी.
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Source: IOCL
























