Delhi: BJP सांसद तरविंदर सिंह मारवाह का बड़ा बयान, 'पाकिस्तानी एजेंट कांवड़ यात्रा को...'
Delhi News: बीजेपी सांसद तरविंदर सिंह मारवाह ने कांवड़ यात्रा में पाकिस्तानी एजेंटों की घुसपैठ का आरोप लगाते हुए ID कार्ड की घोषणा की. इस पहल का उद्देश्य यात्रा की सुरक्षा और श्रद्धा की गरिमा बनाए रखना है.

दिल्ली के जंगपुरा से बीजेपी विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने कांवड़ यात्रा को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान के एजेंट इस पवित्र यात्रा में घुसपैठ करके उपद्रव कर रहे हैं और यात्रा की छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.
मारवाह ने कहा कि हाल ही में दो-तीन जगहों पर जो घटनाएं हुई हैं, वो साजिश के तहत की गईं और इसके पीछे पाकिस्तान के स्लीपर सेल सक्रिय हैं. ऐसे हालात को देखते हुए एक अहम फैसला लिया गया है.
कांवड़ियों को अब मिलेगा पहचान पत्र- तरविंदर सिंह मारवाह
उन्होंने बताया कि अब अगले साल से सभी कांवड़ियों को पहचान पत्र (ID कार्ड) दिए जाएंगे, जिन पर मंदिर की मोहर होगी. इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि केवल असली श्रद्धालु ही यात्रा में शामिल हों और उपद्रवी तत्वों की पहचान पहले से हो सके. विधायक मारवाह ने चेतावनी भी दी कि जो कोई भी इस धार्मिक यात्रा में शांति भंग करेगा, उसे सख्त से सख्त सज़ा दी जाएगी.
दिल्ली में दिखी हिंदू-सिख एकता, सेवा में सिख समाज आगे
इस बीच दिल्ली में हिंदू-सिख एकता की सुंदर तस्वीरें सामने आई हैं. सिख समाज की ओर से कांवड़ियों के स्वागत में फूलों की वर्षा की गई और उनके लिए विशेष विश्राम स्थल बनाए गए, जहां उन्हें ठंडा शरबत, भोजन और प्राथमिक चिकित्सा दी गई. इस सेवा कार्य का आयोजन केंद्रीय गुरु सिंह सभा के पदाधिकारियों द्वारा किया गया, जिन्होंने इस यात्रा को धर्म, जाति और संप्रदाय से ऊपर उठकर सम्मानित किया.
विधायक मारवाह ने कहा कि यह सेवा केवल एक धार्मिक कर्तव्य नहीं, बल्कि भारत की सांप्रदायिक एकता और सामाजिक सौहार्द का उदाहरण है. उन्होंने बताया कि गुरु सिंह सभा के सभी सदस्यों ने मिलकर यह निर्णय लिया कि श्रद्धालुओं के लिए हर संभव सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.
कांवड़ियों ने भी इस सेवा के लिए आभार जताया. हरिद्वार से आए श्रद्धालु विकास कहते हैं कि वह रसोला जा रहे हैं और उन्हें बेहद अच्छा लगा जिस तरह से फूल बरसाए गए और सेवा दी गई. उन्होंने यह भी माना कि पहचान पत्र की व्यवस्था जरूरी है, क्योंकि फिलहाल कोई ID चेक नहीं होता. यह पूरी पहल न केवल सुरक्षा के लिहाज से अहम है, बल्कि भाईचारे और एकता का प्रतीक भी बन गई है.
Source: IOCL























