Delhi Politics: 'जो-जो केजरीवाल से सटा है उसका कद घटा है', केजरीवाल-नीतीश की मुलाकात पर BJP ने साधा निशाना
Delhi BJP Press Conference: दिल्ली बीजेपी के सातों एमपी ने एक साथ प्रेस कॉन्फेंस करते हुए आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है.
Delhi News: दिल्ली सीएम आवास पर रविवार सुबह हुई अरविंद केजरीवाल और नीतीश कुमार की मुलाकात को लेकर अब बीजेपी ने निशाना साधा है. दिल्ली बीजेपी के सातों एमपी ने एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, 'कभी केजरीवाल शरद पवार, पी चिदंबरम, जगमोहन रेड्डी, फारूख अब्दुल्ला, लालू यादव को भ्रष्टाचारी मानते थे. अब अचानक गल बहियां करते हुए पाए गए. ये लोग भ्रष्टाचार की प्रतिमूर्ति थे तो आप क्यों मिल रहे हैं. जिस व्यक्ति के कुछ कहने का कोई मतलब नहीं रहे वो किसी भी पद पर कितना खतरनाक साबित होता है. सभी ने देखा है जो-जो केजरीवाल से सटा है, उसका कद घटा है.'
'ये सब प्री केजरीवाल के वक्त था'
इस दौरान बीजेपी सांसद हर्ष वर्धन ने कहा, 'ये दिल्ली का दुर्भाग्य है. मैंने दिल्ली में चार सीएम को देखा. बीस साल को खंगाल कर देखा कि क्या याद आता है कि यही कानून था. उसी आधार पर सरकारें चलीं. लेकिन नहीं याद आता कि सीएम और एलजी के बीच इस प्रकार की कोई बातचीत हुई हो. एक दूसरे के प्रति आदर होता था. किस मंत्रालय में कौन अफसर रहेगा, इस पर झगड़ा नहीं हुआ. ये सब 'प्री केजरीवाल' के वक्त था. लेकिन केजरीवाल के आने के बाद चीफ सेक्रेटरी हैं. अभी दिल्ली के शांत व्यक्ति हैं. लेकिन 8 ऑफिसर ने लिख कर जो दिया है.'
'ये सुनकर हंसी आ रही है'
इसी क्रम में बोलते हुए बीजेपी नेता रमेश बिधूड़ी ने कहा, 'दिल्ली देश को रेप्रेजेंट करता है, और स्थिति हास्यास्पद है. लोकतंत्र का मजाक उड़ाया जा रहा है और नीतीश जी कह रहे हैं कि राज्यसभा में विरोध करेंगे अध्यादेश का. ये सुनकर हंसी आ रही है. हफ्ता वसूली करने वाले व्यक्ति अध्यादेश का विरोध करने वाले को जुटाएंगे राज्यसभा में.'
'भ्रष्टाचार का कंट्रोल लेना चाहते हैं'
बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा, 'दिल्ली एक केंद्र शासित प्रदेश (UT) है. एक शहर प्रदेश नहीं बन जाता. भ्रष्टाचार का कंट्रोल सीएम अपने हाथ में लेना चाहता है. केंद्र सरकार चाहे तो कानून ला सकती है. ऑर्डिनेन्स को लाया गया है कि राष्ट्रपति के अधिकार को चैलेंज नहीं किया जा सकता तो UT में कैसे होगा. आते ही आपने उनको हटाने का प्रयास क्यों किया. दिल्ली की व्यवस्था है विधायिका के साथ केंद्र शासित प्रदेश. चीफ सेक्रेटेरी के खिलाफ कार्रवाई करना ये इनकी मानसिकता को दिखाता है. नियम का उल्लंघन करके शीशमहल बनाते हैं. चीफ सेक्रेटेरी के खिलाफ कार्रवाई करना ये इनकी मानसिकता को दिखाता है.'
डरा धमाकर अधिकारियों से कराए साइन
परवेश सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, 'अभी दिल्ली के एक मंत्री सौरभ भारद्वाज का स्टेटमेंट आया कि दिल्ली के अधिकारी डरा धमका रहे हैं. सुनकर हंसी आयी. अभी अभी दिल्ली के आठ अधिकारियों के ऊपर केजरीवाल ने डरा धमका कर साइन कराया है. इनमें आशीष मोरे, राजशेखर हैं. राजशेखर शीशमहल घोटाले की जांच कर रहे हैं. महिला अधिकारी भी हैं किन्नी सिंह.'
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