दिल्ली में सनसनीखेज हत्या: बहन को परेशान करने वाले का गला पेपर कटर से काटा, मामा-भांजा गिरफ्तार
Delhi News: दिल्ली के कीर्ति नगर में बहन को परेशान करने वाले युवक अंगद की हत्या का मामला सामने आया है. मामा-भांजा हरीश और सत्येंद्र गिरफ्तार हुए, जबकि मुख्य आरोपी अमर अभी फरार है.

वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के कीर्ति नगर थाना इलाके में रेलवे ट्रैक के पास 32 वर्षीय शख्स की हत्या के मामले को दिल्ली पुलिस ने सुलझा लिया है. साजिशकर्ता समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि हत्या के मुख्य आरोपी की तलाश जारी है. शुरुआती जांच में सामने आया है कि हत्या बदले की भावना से की गई थी. बताया जा रहा है कि मृतक शख्स मुख्य आरोपी की बहन को लगातार परेशान कर रहा था.
घटनास्थल से मिले अहम सबूत
डीसीपी दराडे शरद भास्कर ने बताया कि, 17 नवंबर को कीर्ति नगर पुलिस को रेलवे लाइन के पास झाड़ियों में एक युवक का शव मिलने की सूचना मिली थी. मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक के गले पर गहरा कट पाया गया और उसके सामान भी मौके से गायब थे. मृतक की पहचान बसई दारापुर के रहने वाले अंगद (32 वर्ष) के रूप में हुई थी. इस मामले में कीर्ति नगर थाना में FIR दर्ज कर जांच शुरू की गयी थी.
CCTV फुटेज बना गिरफ्तारी का आधार
हत्या की गंभीरता को देखते हुए ACP पंजाबी बाग, शिवम की देखरेख और SHO कीर्ति नगर संजीव धौड़ी के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया गया था. टीम ने आसपास के CCTV फुटेज खंगाले और तकनीकी निगरानी की मदद से घटना से जुड़े सुराग जुटाए. CCTV विश्लेषण में मृतक को आखिरी बार दो युवकों अमर और उसके चचेरे भाई सत्येंद्र के साथ देखा गया. जिसके बाद पुलिस ने स्थानीय जानकारी और तकनीकी इनपुट के आधार पर सत्येंद्र को दबोच लिया. पूछताछ के दौरान उसने हत्या में अमर के पिता हरीश चंद्र की भूमिका का खुलासा किया, जिसके बाद हरीश को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
शिकायत और धमकियों से उपजा हत्या का विवाद
पुलिस के अनुसार, मृतक अंगद, हरीश चंद्र की बेटी और अमर की बहन को लंबे समय से परेशान कर रहा था. वह उसे आपत्तिजनक संदेश भेजता था, धमकियां देता था और आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने की बात करता था. परिवार द्वारा कई बार समझाने के बावजूद मृतक का व्यवहार नहीं बदला. इसी कारण हरीश चंद्र ने उसे बेटे अमर और भांजे सत्येंद्र की सहायता से उसे मारने की योजना बनाई.
जिसे अंजाम देने की नीयत से अमर 14 नवंबर को दिल्ली आया और सत्येंद्र के साथ ठहरा. 16 नवंबर की शाम दोनों मृतक के कमरे तक पहुंचे, लेकिन वहां लगे CCTV कैमरों के कारण वे मृतक अंगद को शराब पीने और मामला सुलझाने के बहाने रेलवे लाइन की तरफ गए, जहां CCTV कवरेज नहीं था. वहीं अंगद की गला रेतकर हत्या कर दी गई और दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए. इस दौरान हरीश चंद्र लगातार उनके सम्पर्क में था.
गिरफ्तार आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल पेपर कटर चाकू, मृतक का मोबाइल फोन और आरोपी सत्येंद्र के खून से सने कपड़े बरामद किये हैं. हरीश चंद्र (56 वर्ष) मेटल फोर्जिंग फैक्ट्री में कार्यरत है जबकि सत्येंद्र चौधरी (39 वर्ष) पेशे से पेंटर है और दोनों रिश्ते में मामा–भांजा हैं. हत्या का मुख्य आरोपी अमर अभी भी फरार है जिसकी तलाश पुलिस कर रही है.
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Source: IOCL





















