'प्रधान मंत्री जी, कुछ तो करो', दिल्ली के स्कूलों में बम की धमकी पर बोले अरविंद केजरीवाल
Arvind Kejriwal News: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सवाल उठाते हुए कहा कि140 करोड़ लोगों के प्रधान मंत्री आख़िर इतना बेबस क्यों हैं?

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में स्कूलों को लगातार बम की धमकी मिलने और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर केंद्र को घेरा है. केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया है आखिर क्या वजह है कि वो इतने बेबस हैं. उन्होंने पीएम से कहा कि आप कुछ तो कीजिए.
पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''प्रधान मंत्री जी, कुछ तो करो. 140 करोड़ लोगों का प्रधान मंत्री आख़िर इतना बेबस क्यों है? क्या आपसे कुछ भी संभल नहीं रहा है?''
प्रधान मंत्री जी, कुछ तो करो।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 20, 2025
140 करोड़ लोगों का प्रधान मंत्री आख़िर इतना बेबस क्यों है?
क्या आपसे कुछ भी संभल नहीं रहा है? #h1bvisa
बच्चों के माता-पिता रोज डर में जी रहे- अरविंद केजरीवाल
इससे पहले एक और पोस्ट में उन्होंने लिखा, ''दिल्ली के स्कूलों को बार-बार बम धमकी मिल रही हैं. हर तरफ अफरा तफरी हो जाती है, स्कूलों की छुट्टी होती है, बच्चों और अभिभावकों में डर फैलता है, लेकिन एक साल से न कोई पकड़ा गया, न कोई कार्रवाई हुई. चार इंजन वाली BJP सरकार राजधानी की सुरक्षा तक नहीं संभाल पा रही है. माता-पिता रोज डर में जी रहे हैं. आख़िर ये सब कब खत्म होगा?''
कई स्कूलों को बम की धमकी के बाद हड़कंप
बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले कई महीनों से स्कूलों को धमकियां दी जा रही हैं. इसी बीच शनिवार (20 सितंबर) को दिल्ली के कई स्कूलों को फिर से बम से उड़ाने की धमकी दी गई. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए स्कूलों को खाली कराया है. कई स्कूलों को बम की धमकी भरे ईमेल मिले, जिसके बाद हड़कंप मच गया.
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
धमकी मिलने वाले स्कूलों में नजफगढ़ का कृष्णा मॉडल पब्लिक स्कूल, कुतुब मीनार स्थित सर्वोदय सीनियर सेकंडरी स्कूल और द्वारका का डीपीएस स्कूल शामिल हैं. धमकी मिलने के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने तुरंत कार्रवाई शुरू की. हालांकि अभी तक किसी भी स्कूल से कोई संदिग्ध वस्तु बरामद नहीं हुई है, लेकिन पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां सतर्कता बरत रही हैं.
Source: IOCL























