CBI रेड पर AAP नेता दुर्गेश पाठक की पहली प्रतिक्रिया, गुजरात चुनाव से जोड़ते हुए क्या कुछ कहा?
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि सीबीआई की टीम क्यों और किस केस में मेरे घर आई थी, मुझे इसका कोई आइडिया नहीं है और ना ही उन्होंने बताया.

CBI Raids Durgesh Pathak: दिल्ली में गुरुवार (17 अप्रैल) की सुबह आम आदमी पार्टी (AAP) नेता दुर्गेश पाठक के घर पर सीबीआई की रेड हुई. यह रेड सुबह 7 बजे के करीब हुई और उस वक़्त दुर्गेश पाठक अपने घर पर ही मौजूद थे.
तकरीबन 4 घंटे की सीबीआई की रेड के बाद जब सीबीआई की टीम दुर्गेश पाठक के राजेंद्र नगर स्थित घर से निकली तब AAP नेता ने बालकनी में जाकर मीडिया कैमरा के सामने हाथ हिलाया और उसके कुछ देर बाद आम आदमी पार्टी दफ्तर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपना पक्ष रखा.
रेड को AAP नेता ने गुजरात चुनाव से जोड़ा
दुर्गेश पाठक ने कहा, ''गुजरात में आम आदमी पार्टी की बढ़ती ताकत को देख कर मुझे डराने के लिए मेरे घर सीबीआई की छापेमारी कराई गई है. ऐसा लगता है कि मुझे गुजरात का सह प्रभारी बनाने की वजह से सीबीआई की रेड कराई गई, ताकि आप पार्टी के नेता और कार्यकर्ता डर जाएं.''
दुर्गेश पाठक ने कहा, ''सीबीआई ने 3-4 घंटे तक मेरे घर का हर एक कोना खंगाला, लेकिन उनको कुछ भी नहीं मिला. यह छापा क्यों मारा, उसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं दी गई. मेरे घर पर सीबीआई की टीम आई थी, जिसमें पांच-छह लोग थे. बेड, अलामारी समेत घर का एक-एक कोना और हर चीज चेक किया. कोई किताब मिली तो उसका एक-एक पन्ना पलट कर देखा.''
15-20 आधार कार्ड की कॉपी ले गए- दुर्गेश पाठक
उन्होंने कहा, ''इतनी छानबीन के बाद भी सीबीआई को कुछ नहीं मिला. जब मैं विधायक था, तब बहुत से लोग अपना काम कराने के लिए मेरे घर पर आते थे और अपने आधार कार्ड की फोटो कॉपी देकर जाते हैं. मेरे घर में 15-20 आधार कार्ड की कॉपी थी, सीबीआई के लोग वह कॉपी अपने साथ लेकर गए. इसके अलावा कुछ उन्हें नहीं मिला और ना ही कुछ लेकर गए.''
दुर्गेश पाठक ने कहा कि सीबीआई की टीम क्यों और किस केस में मेरे घर आई थी, मुझे इसका कोई आइडिया नहीं है और ना ही उन्होंने बताया. उन्होंने कहा कि सीबीआई ने उन्हें सिर्फ अपना एक डॉक्यूमेंट दिखाया और कहा कि उनके पास सर्च वारंट है.
'जांच एजेंसियों के साथ करूंगा सहयोग'
दुर्गेश पाठक ने कहा कि मैं एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते, सीबीआई समेत किसी भी एजेंसी की जांच में पूरी तरह से सहयोग करूंगा. जो भी एजेंसी पूछेगी और मेरी जानकारी में जितना होगा, वह सब जानकारी दूंगा. मुझसे जो भी डॉक्यूमेंट मांगेंगे, वह दूंगा. मुझसे एजेंसीज जो भी सहयोग की अपेक्षा करती है, वह सारा सहयोग करूंगा. लेकिन मैं डरूंगा नहीं.

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Source: IOCL