पार्षदों के इस्तीफे पर AAP की पहली प्रतिक्रिया, कहा- 'BJP हर पार्षद को 5 करोड़...'
AAP Councillors Resigns: आम आदमी पार्टी ने दावा किया कि मेयर चुनाव के समय से ही बीजेपी हमारे पार्षदों को अपने पाले में करने की कोशिश कर रही है. प्रत्येक पार्षद को 5 करोड़ रुपये की पेशकश की गई.

AAP Councillors Resigns: दिल्ली में आम आदमी पार्टी में बड़ी बगावत देखने को मिली है. पार्टी के फैसले से नाराज होकर आप के 15 पार्षदों ने आप की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही अपनी नहीं पार्टी बनाने का भी ऐलान कर दिया है. वहीं इन पार्षदों की बगावत पर आम आदमी पार्टी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है.
आम आदमी पार्टी ने कहा, "मेयर चुनाव के समय से ही बीजेपी हमारे पार्षदों को अपने पाले में करने की कोशिश कर रही है. प्रत्येक पार्षद को 5 करोड़ रुपये की पेशकश की गई. बीजेपी के पास स्थायी समिति या वार्ड समिति बनाने के लिए बहुमत नहीं है, इसलिए वह लोगों को खरीदने का सहारा ले रही है."
'सबके सामने आएगी सच्चाई'
पार्टी की तरफ से आगे कहा गया, "चूंकि हमने मेयर चुनाव के दौरान ही बीजेपी की खरीद-फरोख्त की कोशिशों को उजागर कर दिया था, इसलिए अब वे यह दिखावा करके नाटक कर रहे हैं कि ये दलबदलू दूसरी पार्टी से हैं. लेकिन कोई गलती न करें- यह शुरू से लेकर आखिर तक बीजेपी का काम है. आने वाले दिनों में सच्चाई सबके सामने आ जाएगी."
'बीजेपी की मंशा हुई उजागर'
आम आदमी पार्टी का कहना है कि मेयर चुनाव के दौरान ही बीजेपी की यह मंशा उजागर हो गई थी. 'आप' ने उस समय भी बीजेपी की 'हॉर्स ट्रेडिंग' की कोशिशों को बेनकाब किया था. पार्टी के अनुसार, "अब बीजेपी ड्रामा कर रही है और यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि इस्तीफे किसी और दल से जुड़े हैं, जबकि असलियत में पूरी साजिश भाजपा की ही है."
'जनता के बीच लेकर जाएंगे मामला'
आप ने जोर देकर कहा, "इन इस्तीफों के पीछे की सच्चाई जल्द ही जनता के सामने आ जाएगी. बीजेपी के इशारे पर ही यह पूरा खेल खेला जा रहा है, ताकि दिल्ली नगर निगम में उसकी पकड़ मजबूत हो सके। लेकिन, आम आदमी पार्टी भाजपा के इन प्रयासों को सफल नहीं होने देगी." आम आदमी पार्टी ने यह भी संकेत दिया कि वह इस मामले को लेकर जनता के बीच जाएगी और हर स्तर पर भाजपा की 'लोकतंत्र विरोधी राजनीति' का विरोध करेगी.
15 पार्षदों ने दिया इस्तीफा
बता दें कि आम आदमी पार्टी (आप) को नगर निगम में बड़ा झटका लगा है. 15 निगम पार्षदों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देते हुए पार्टी से नाता तोड़ लिया है. इन सभी पार्षदों ने एक नया राजनीतिक मंच बनाने का ऐलान किया है, जिसका नाम 'इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी' रखा गया है. इस्तीफा देने वालों में शामिल पार्षद मुकेश गोयल ने मीडिया से बातचीत करते हुए पार्टी नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए.
मुकेश गोयल ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कहा, "हम आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतकर आए थे और उस समय हमें 250 में से 135 सीटें मिली थीं, लेकिन आज हमारी संख्या धीरे-धीरे घटकर 90 के आसपास पहुंच गई है। आखिर इसकी वजह क्या है.
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