Bastar: सब्जी बेचने वाले की बेटी बनी बस्तर जिले की कक्षा 12वीं टॉपर, बनना चाहती है प्रशासनिक अधिकारी
बस्तर जिले की प्रिया निषाद ने 12वीं कक्षा में पूरे जिले से टॉप किया है. प्रिया के पिता शहर के संजय मार्केट में सब्जी बेचने का काम करते हैं, वे बेटी की इस सफलता से काफी खुश हैं.

Bastar 12th Topper Story: छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने रायपुर में शनिवार को 10वीं और 12वीं के नतीजे घोषित कर दिए हैं. वहीं नतीजे सामने आने के बाद टॉप करने वाले छात्र-छात्राओं में डबल खुशी देखी जा रही है. दरअसल जिले में टॉप करने वाले छात्रों को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने साथ हेलीकॉप्टर में घुमाने की बात कही है, जिससे छात्रों में दोगुनी खुशी की लहर है. बस्तर जिले से भी 12वीं में प्रिया निषाद नाम की छात्रा ने टॉप किया है और बायोलॉजी सब्जेक्ट में 92.40 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं. प्रिया निषाद ने शहर के सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय में पढ़कर टॉप किया है, जिसको लेकर स्कूल स्टाफ के साथ ही प्रिया के परिवार और दोस्तो में भी काफी खुशी है. प्रिया ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, स्कूल के टीचर और दोस्तों को दिया है.
बेटी ने पिता का बढ़ाया मान
जगदलपुर शहर के अनुपमा चौक में रहने वाली प्रिया निषाद ने 12वीं कक्षा में पूरे जिले से टॉप किया है. प्रिया के पिता शहर के संजय मार्केट में सब्जी बेचने का काम करते हैं, वे बेटी की इस सफलता से काफी खुश हैं. उन्होंने बताया कि उनकी बड़ी बेटी प्रिया पढ़ाई में पहले से ही होशियार है, आठवीं और दसवीं में भी मेरिट में पास हुई और 12वीं में 92.40% लाकर उसने अपने परिवार का सिर ऊंचा कर दिया है. उनके पिता ने बताया कि उनकी तीन बेटी और एक बेटा हैं, तीनों बेटी में प्रिया निषाद सबसे बड़ी बेटी है. वह शुरू से पढ़ाई के साथ-साथ घर संभालने का भी काम करती है, साथ ही अपने भाई और तीनों बहन को भी पढ़ाती है.
प्रिया को पढ़ाई में किसी तरह की दिक्कत ना हो और कोई कमी ना हो इसलिए उन्होंने पूरी कोशिश की और कोशिश का नतीजा रहा कि उनकी बेटी ने पूरे जिले में टॉप किया है, जिससे उनका सिर गर्व से ऊंचा हो गया है. उन्होंने बताया कि लगातार बधाई देने वालों का घर पर तांता लगा हुआ है, समाज के लोगों ने भी उनकी बेटी की सफलता के लिए खूब बधाई दी है, वे चाहते हैं कि उनकी बेटी बड़ी होकर प्रशासनिक अधिकारी बने और देश की सेवा करे. उन्होंने सरकार से भी मांग की है कि स्कॉलरशिप के माध्यम से उनकी बेटी के इस सपने को साकार करने में सहयोग करें.

सिविल सेवा में जाने की है ख्वाइश
प्रिया निषाद ने बताया कि कोरोना काल की वजह से पढ़ाई जरूर थोड़ी बहुत प्रभावित हुई, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और मन लगाकर पढ़ाई किया और इस दौरान अपने घर का भी काम किया. वह बकायदा अपने पिता के साथ बाजार भी जाती थी और आकर फिर पढ़ाई करती थी, इसी का नतीजा रहा कि काफी चुनौती सामने आने के बाद भी अपने लक्ष्य को पाने में वह कामयाब रही. प्रिया निषाद ने बताया कि उसकी ख्वाहिश है कि वह सिविल सेवा में जाए और देश की सेवा करने के साथ अपने परिवार का भरपूर ख्याल रख सके. वहीं प्रिया ने बताया कि उसकी कामयाबी के पीछे स्कूल के सभी शिक्षक, माता-पिता, उसकी बहन और दोस्तों का भी पूरा सहयोग मिला. प्रिया का कहना है कि अब बस इंतजार है प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ हेलीकॉप्टर में घूमने का.
प्रिया ने कहा कि उन्हें काफी खुशी हो रही है कि उनके परिवार और पूर्वजों में किसी ने हेलीकॉप्टर और हवाई जहाज में नहीं बैठ सके, लेकिन वह हेलीकॉप्टर में घूमेगी. इसको लेकर उसे काफी खुशी है और उत्सुकता भी है कि कब मुख्यमंत्री का बस्तर आगमन होगा और उनके साथ बैठकर हेलीकॉप्टर में घूमने का मौका मिलेगा.
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