तेजस्वी यादव ने कोरोना के बढ़ते प्रभाव के बीच केंद्र सरकार पर साधा निशाना, पूछा- अब तक क्या काम किया?
तेजस्वी यादव ने कहा कि जब सरकार को जागना चाहिए था, तब सरकार कोरोना बीमारी को ही नकार रही थी. फिर माना तब नमस्ते ट्रम्प व MP में सरकार बना ताली-थाली बजवा, दीया-बत्ती जलवा रही थी. फिर जब मामले बढ़े तो गेंद राज्यों के पाले में फेंक दिया.
पटना: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर देश भर में कहर बरपा रही है. रोजाना हजारों नए मामले सामने आ रहे हैं. वहीं, सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है. बिहार में कोरोना बड़ी तेजी से फैल रहा है. ऐसे में कोरोना के बढ़ते प्रभाव के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जो अब तक राज्य सरकार पर हमलावर थे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने केंद्र सरकार से पूछा कि कोरोना संकट को एक साल बीत गया लेकिन अब तक केंद्र सरकार ने क्या काम किया? क्या केंद्र सरकार का कोई दायित्व नहीं है? अगर नहीं तो वो है ही क्यों?
जरूरी दवाओं और बेड की क्यूं है कमी?
बता दें कि सोमवार को तेजस्वी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से दो ट्वीट किए. पहले ट्वीट में उन्होंने कहा, " कोरोना संकट को एक साल बीत गया पर केंद्र सरकार ने अब तक क्या ठोस कार्य किया? हेल्थ इंफ़्रास्ट्रक्चर को कितनी मजबूती दी? PM केयर्स फंड का कहां सदुपयोग हुआ? आरोग्य सेतु एप कितना कारगर हुआ? टीकाकरण की गति कछुआ चाल क्यों है? वेंटिलेटर,O2, जरूरी दवाओं,बेड और संजीदगी की कमी क्यों है?"
कोरोना संकट को एक साल बीत गया पर केंद्र सरकार ने अब तक क्या ठोस कार्य किया?
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 19, 2021
हेल्थ इंफ़्रास्ट्रक्चर को कितनी मजबूती दी?
PM केयर्स फंड का कहाँ सदुपयोग हुआ?
आरोग्य सेतु एप्प कितना कारगर हुआ?
टीकाकरण की गति कछुआ चाल क्यों है?
वेंटिलेटर,O2, जरूरी दवाओं,बेड और संजीदगी की कमी क्यों है?
वहीं, अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, " जब सरकार को जागना चाहिए था, तब सरकार कोरोना बीमारी को ही नकार रही थी. फिर माना तब नमस्ते ट्रम्प व MP में सरकार बना ताली-थाली बजवा, दीया-बत्ती जलवा रही थी. और जब मामले बढ़े तो गेंद राज्यों के पाले में फेंक दिया. जब केंद्र सरकार का कोई दायित्व ही नहीं है तो है किसलिए? चुनाव के लिए?"
जब सरकार को जागना चाहिए था तब सरकार कोरोना बीमारी को ही नकार रही थी। फिर माना तब नमस्ते ट्रम्प व MP में सरकार बना ताली-थाली बजवा, दीया बत्ती जलवा रही थी।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 19, 2021
और जब मामले बढ़े तो गेंद राज्यों के पाले में फेंक दिया। जब केंद्र सरकार का कोई दायित्व ही नहीं है तो है किसलिए? चुनाव के लिए?
गौरतलब है कि बिहार में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है. रविवार की शाम स्वास्थ्य विभाग ने जो आंकड़े जारी किए हैं उसमें एक बार फिर संक्रमितों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है. बीते 24 घंटे में बिहार में कुल 1,00,604 सैंपल की जांच हुई है. इसके साथ ही अबतक कुल 2,77,667 मरीज ठीक हुए हैं. वर्तमान में राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या 44,700 है. वहीं बिहार में रिकवरी रेट 85.67 प्रतिशत है.
रविवार को पटना जिले में मिले 2290 नए मरीज
संक्रमण से बीते 24 घंटे में 27 लोगों की मौत हो चुकी है. 24 घंटे में 8690 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जो आंकड़े रविवार को जारी किए गए उनमें पटना जिले में सबसे अधिक मरीज मिले हैं. पटना में सिर्फ रविवार को 24 घंटे में 2290 मामले सामने आए हैं. जबकि अन्य जिलों में पटना की अपेक्षा काफी कम मरीज मिले हैं. इधर, बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार की गाइडलाइन का पालन करने का भी निर्देश दिया जा रहा है.
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