बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह में शामिल नहीं होंगे तेजस्वी, कहा- हम अकेले हैं, जनता के बीच रहना ही पड़ेगा
उपचुनाव के संबंध में तेजस्वी यादव ने कहा, " तारापुर हो या कुशेश्वर स्थान, हम शुरुवात से ही कह रहे हैं कि जनता दोनों जगह से आरजेडी के पक्ष में मतदान करेगी और दोनों जगह से हमें ही आशीर्वाद देगी."

पटना: बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह में शामिल नहीं होंगे. इस बात के सामने आने के बाद विवाद शुरू हो गया है. सत्ता पक्ष के नेता इस मुद्दे पर उन्हें घेर रहे हैं. वे इसे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kowind) का अपमान बता रहे हैं. हालांकि, विवादों के बीच तेजस्वी ने ये स्पष्ट कर दिया है कि आखिर वे कार्यक्रम में शामिल क्यों नहीं होंगे.
तेजस्वी यादव का छलका दर्द
इस संबंध में उन्होंने बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, " प्रोटोकॉल के तहत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के स्वागत में हम गए थे और कल के कार्यक्रम की हमें सूचना भी है. लेकिन हमने अपने कार्यक्रम की सूचना भी विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) को दे दी है. अपने दल (आरजेडी) से अकेले हम ही हैं घूमने वाले और अब समय भी नहीं है, तो हमको तो जनता के बीच रहना है. बाकी कार्यक्रम चलता रहे."
जेडीयू पर साधा निशाना
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, " कौन क्या कहता है, क्या नहीं कहता है, उससे हमें कोई मतलब नहीं. जो लोग कह रहे हैं, उनसे पूछना चाहिए कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी को तीन नम्बर की पार्टी किसने बना दी. नीतीश कुमार की दुर्दशा जो अभी है, वो किसकी वजह से है? ये पहले अध्ययन करें. इसी तरह से हवा में तीर छोड़ने लगें, तो ये लोग विलुप्त हो जाएंगे."
उपचुनाव में आरजेडी की जीत तय
वहीं, उपचुनाव के संबंध में तेजस्वी यादव ने कहा, " तारापुर हो या कुशेश्वर स्थान, हम शुरुवात से ही कह रहे हैं कि जनता दोनों जगह से आरजेडी के पक्ष में मतदान करेगी और दोनों जगह से हमें ही आशीर्वाद देगी. हमें जीतने से कोई नहीं रोक सकता. सौ प्रतिशत हम कह सकते हैं कि हमारी जीत होगी. अभी हमने तारापुर का दौरा किया है. अब हम कुशेश्वर स्थान जा रहे हैं और वहां से भी जो फीडबैक मिल रहा है, लोगों में हमारे प्रति काफी उत्साह है. वहीं, सरकार के प्रति उनमें काफी गुस्सा है."
उन्होंने कहा, " जनता कह रही है कि नीतीश सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है. ब्लॉक से लेकर थाने तक बिना घूस के कोई काम नहीं होता. लोगों में काफी आक्रोश है. बीजेपी ने 19 लाख रोजगार का वादा किया था. एक साल बीत गया, लेकिन अब तक एक भी व्यक्ति को जॉब नहीं मिला है."
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