'मेरे साथ जो हुआ वह मैं सह गया, लेकिन…', रोहिणी आचार्य प्रकरण में तेज प्रताप ने किसे दी चेतावनी?
Tej Pratap Yadav News: तेज प्रताप यादव ने अपनी बहन रोहिणी आचार्य का साथ दिया है. तेज प्रताप ने कहा कि मेरी बहन के साथ जो अपमान हुआ वह किसी हाल में असहनीय है.

जनशक्ति जनता के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपनी बहन (रोहिणी आचार्य) के अपमान को लेकर हमला बोला है. रोहिणी आचार्य के प्रकरण में तेज प्रताप यादव का बयान सोमवार (17 नवंबर, 2025) की शाम उनकी पार्टी जनशक्ति जनता दल के एक्स हैंडल से पोस्ट किया गया है. तेज प्रताप यादव ने चेतावनी भरे लहजे में बयान दिया है.
तेज प्रताप यादव के बयान को पोस्ट करते हुए एक्स हैंडल से लिखा गया है, "हम किसी भी हालत में अपनी बहन का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे. जयचंदों को इस दुर्व्यवहार का परिणाम जरूर चुकाना पड़ेगा!"
'जो अपमान हुआ वह किसी हाल में असहनीय'
वहीं अपने बयान में तेज प्रताप यादव ने कहा, "हमारी रोहिणी दीदी के साथ जो दुर्व्यवहार जयचंदों द्वारा किया गया, इस घटना ने दिल को भीतर से झकझोर दिया है. मेरे साथ जो हुआ, वह मैं सह गया, लेकिन मेरी बहन के साथ जो अपमान हुआ वह किसी हाल में असहनीय है. सुन लो जयचंदों, परिवार पर वार करोगे तो बिहार की जनता तुम्हें कभी माफ नहीं करेगी."
हम किसी भी हालत में अपनी बहन का अपमान बर्दास्त नहीं करेंगे, जयचंदो को इस दुर्व्यवहार का परिणाम जरूर चुकाना पड़ेगा!#जयचंद pic.twitter.com/gR5qjKDGLM
— Janshaktijantadal (@JJDOfficial_) November 17, 2025
पार्टी और परिवार से अब दूर हैं रोहिणी आचार्य
बता दें कि रोहिणी आचार्य अब पटना में नहीं हैं. उन्होंने पार्टी के साथ परिवार को भी छोड़ दिया है. एक्स पोस्ट कर उन्होंने इसकी जानकारी दी थी. पोस्ट में संजय यादव और रमीज का नाम लिया था. इसके बाद धीरे-धीरे परिवार में क्या कुछ हुआ इसकी कहानी सामने आने लगी. कुछ जानकारी रोहिणी ने एक्स पर पोस्ट कर दी तो कुछ बातें उन्होंने मीडिया को बताई. माना जा रहा है कि पूरी लड़ाई चुनाव में हुई आरजेडी की करारी हार का जिम्मेदार संजय यादव को बताने पर हुआ है.
इन सबके बीच तेजस्वी यादव के सलाहकार संजय यादव पहले से ही निशाने पर हैं, जिन्हें तेज प्रताप यादव जयचंद बता चुके हैं. अब तेज प्रताप यादव अपनी बहन रोहिणी आचार्य के समर्थन में खड़े दिख रहे हैं. बता दें कि तेज प्रताप यादव खुद भी परिवार से दूर हैं. उन्हें पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया जा चुका है. अपनी पार्टी बनाकर उन्होंने महुआ से चुनाव लड़ा लेकिन हार गए.
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Source: IOCL
























