Bihar Politics: क्या महागठबंधन में पड़ने लगे हैं दरार? CM नीतीश के 5 संकेत से समझिए पूरा खेल
Nitish Kumar News: बिहार में एक बार फिर महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं है. इसकी चर्चा होने लगी है. कई मुद्दों पर सीएम नीतीश कुमार महागठबंधन की राय से अलग दिख रहे हैं.
पटना: बिहार की राजनीति में आज राबड़ी आवास पर सीबीआई (CBI) की कार्रवाई चर्चा में रहा. इसको लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है लेकिन सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) इस मामले पर चुप हैं. नीतीश कुमार की इस चुप्पी के साथ-साथ और भी उनके कई संकेत है जो इशारा कर रहा है कि महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है हालांकि जेडीयू (JDU) के कई और नेता महागठबंधन में सबकुछ ठीक होने का दावा कर रहे हैं. इन दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पांच संकेत से एक बार फिर कयास लगाया जा रहा है कि आरजेडी से उनका मोहभंग होने लगा है.
विपक्षी पत्र पर नीतीश कुमार के हस्ताक्षर नहीं
पटना स्थित राबड़ी आवास में सोमवार की सुबह सीबीआई की टीम पहुंची. साढ़े चार घंटे तक सीबीआई की टीम ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से पूछताछ की. इसके बाद बिहार में आरोप-प्रत्यारोप के राजनीति शुरू हो गए लेकिन इस मामले को लेकर सीएम नीतीश कुमार एक शब्द तक नहीं बोले. इसके अलावा इस पर उन्होंने कोई ट्वीट भी नहीं की. इसके साथ ही दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी पर आठ विपक्षी दलों के नौ नेता ने पीएम नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखी है लेकिन इस पत्र में सीएम नीतीश कुमार का नाम नहीं है. इससे एक सवाल तो उठने लगा है कि नीतीश कुमार के मन में आखिर क्या चल रहा है?
नरेंद्र मोदी ने दी थी बधाई
वहीं, एक जनवरी को सीएम नीतीश कुमार और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन का जन्मदिन था. स्टालिन के जन्मदिन के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में कई राजनीतिक दिग्गज पहुंचे हुए थे. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी पहुंचे हुए थे लेकिन सीएम नीतीश कुमार इस कार्यक्रम में दूरी बनाए हुए थे. वहीं, बिहार में जेडीयू कार्यकर्ताओं ने खूब जश्न मनाया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर सीएम नीतीश कुमार को बधाई भी दी थी.
तमिलनाडु मुद्दे पर बीजेपी से सीएम ने की चर्चा
हाल ही में तमिलनाडु मुद्दे पर भी विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार का स्टैंड आरजेडी से अलग रहा. विधानसभा में तमिलनाडु मुद्दे डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा आमने-सामने हो गए थे. दोनों के बीच खूब बहस भी हुई. इस मुद्दे पर सीएम नीतीश कुमार ने बीजेपी के विधायकों को चर्चा के लिए बुलाया. इसके बाद जांच के लिए एक टीम के तमिलनाडु भेज दिया. इन सभी बातों से एक बात तो स्पष्ट है कि सीएम नीतीश कुमार को समझाना इतना आसान नहीं है.
ये भी पढ़ें: Holika Dahan 2023 in Bihar: होलिका दहन आज या कल? 8 मार्च को होगी होली, जानिए क्या कहते हैं पंडित जी
ट्रेडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
and tablets