पप्पू यादव को JDU के इस नेता का मिला साथ, वीडियो जारी कर गिरफ्तारी को बताया गलत
जेडीयू नेता ने कहा, " गिरफ्तारी तो इसमें छपरा डीएम की होनी चाहिये, राजीव प्रताप रुडी की होनी चाहिए. इस मुसीबत के समय जब पप्पू यादव एक मसीहा के रूप में काम कर रहे थे, उनकी गिरफ्तारी बहुत ही निंदनीय विषय है."

पटना: जाप सुप्रीमो पप्पू यादव को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और मंत्री मुकेश सहनी के बाद अब जेडीयू के नेता और पूर्व मंत्री मोनाजिर हसन का साथ मिला है. उन्होंने मंगलवार को वीडियो जारी करते हुए कहा, " पप्पू जी की गिरफ्तारी की जितनी भी निंदा की जाए, कम है. वो गरीब लाचार और गरीबों के मसीहा के रूप में काम कर रहे थे."
राजीव प्रताप रुडी की होनी चाहिए गिरफ्तारी
उन्होंने कहा, " गिरफ्तारी तो इसमें छपरा डीएम की होनी चाहिये, राजीव प्रताप रुडी की होनी चाहिए. इस मुसीबत के समय जब पप्पू यादव एक मसीहा के रूप में काम कर रहे थे, उनकी गिरफ्तारी बहुत ही निंदनीय विषय है."
मुकेश सहनी ने ट्वीट कर कही थी ये बात
इससे पहले वीआईपी पार्टी के सुप्रीमो और बिहार सरकार में मंत्री मुकेश सहनी ने सरकार के फैसले पर सवाल उठाए थे. उन्होंने ट्वीट कर कहा था, " जनता की सेवा ही धर्म होना चाहिए. सरकार को जन प्रतिनिधि, सामाजिक संस्था और कार्यकर्ता को आमजन के मदद के लिए प्रेरित करना चाहिए. जन प्रतिनिधि को भी कोरोना गाइडलाइन का सख़्ती से पालन करते हुए कार्य करना चाहिए. ऐसे समय में सेवा में लगे पप्पू यादव को गिरफ़्तार करना असंवेदनशील है."
मांझी ने कही थी ये बात
सहनी से पहले मांझी ने पप्पू यादव की गिरफ्तारी की निंदा की थी. उन्होंने ट्वीट कर कहा था, " कोई जनप्रतिनिधि अगर दिन-रात जनता की सेवा करे और उसके एवज में उसे गिरफ़्तार किया जाए तो ऐसी घटना मानवता के लिए खतरनाक है. ऐसे मामलों की पहले न्यायिक जांच हो तब ही कोई कार्रवाई होनी चाहिए, नहीं तो जन आक्रोश होना लाजमी है."
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