'सत्ता में नहीं हैं तब तो यह हाल है', भाई वीरेंद्र के जूता मारने वाले वायरल ऑडियो पर JDU-BJP का हमला
Bhai Virendra: भाई वीरेंद्र के वायरल ऑडियो को लेकर एनडीए के लोग आरजेडी पर हमलावर हैं. हालांकि इस पूरे मामले पर आरजेडी विधायक ने खेद जताया है, साथ ही पंचायत सचिव पर गलत व्यवहार करने का आरोप लगाया है.

पिछले सप्ताह बिहार विधनमंडल के मॉनसून सत्र के दौरान आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता और मनेर विधायक भाई वीरेंद्र आपत्तिजनक बयानों से काफी सुर्खियों में रहे तो एक बार फिर भाई वीरेंद्र का एक ऑडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह एक पंचायत सचिव के साथ अभद्र व्यवहार करते सुने गए. उन्होंने सरकारी कर्मचारी को जूते से मारने की धमकी दे दी. भाई वीरेंद्र के इस ऑडियो के लेकर अब एनडीए के नेता आरजेडी पर हमलावर हैं.
क्या बोले बीजेपी नेता प्रभाकर मिश्रा
बीजेपी और जेडीयू ने सीधे-सीधे आरजेडी पर हमला करते हुए कहा कि अभी चुनाव के पहले तो यह हाल है, जब वह सत्ता में नहीं है, सत्ता मिल जाने पर क्या करेंगे. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा कि आरजेडी को कुसंस्कार वाली पार्टी है, जिसमें भय और भ्रष्टाचार का बोलबाला है. मनेर विधायक भाई वीरेंद्र ने पंचायत सचिव को जूते से मारने की बात कह कर इसकी फिर से मुनादी कर दी है.
प्रभाकर मिश्रा ने कहा, "यह तो उनका तब हाल है, जब वह सत्ता में नहीं हैं. यह सोचने वाली बात है कि ऐसे लोग ऐसी पार्टी जो सत्ता में आएगी, तब बिहार की जनता जनार्दन का क्या हाल होगा? उन्होंने कहा कि यूं ही नहीं इन लोगों ने अपने शासन काल में बिहार का बेड़ा गर्त कर दिया था और जंगलराज ले आए थे, लेकिन अब सुशासन की सरकार है अगर पंचायत सचिव इसकी शिकायत करेंगे तो सरकार जरूर देखेगी."
वहीं जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के लोगों के अंदर जो राजनैतिक कुसंस्कृती है, जैसा उनका संस्कार है, जिसका प्रदर्शन यह लोग समय-समय पर करते रहते हैं. आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र कुछ दिनों पहले सदन के अंदर कह रहे थे कि सदन किसी के बाप का नहीं है. सदन के बाहर कोई गाड़ी से जा रहा है तो उसको वह गाली देते हैं जिसे अपने मुंह से हम बोल भी नहीं सकते हैं. अब उनकी एक रिकॉर्डिंग तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें भाई वीरेंद्र सरकार के पंचायत सचिव को धमका रहे हैं और अपनी धौंस जमा रहे हैं.
अभिषेक झा ने कहा कि "यह लोग भूल जाते हैं कि यह नीतीश जी का शासन है, यहां इस तरह की चीजें नहीं होती हैं .कोई किसी पद पर काम कर रहा है तो उसका भी सम्मान है. उसकी इज्जत है. कोई पदाधिकारी गलती करेगा तो उस पर भी कार्रवाई होगी, लेकिन भाई वीरेंद्र जी इस इल्म में जी रहे हैं कि लालू प्रसाद यादव जी का शासन है और जो मर्जी है वही करेंगे तो ऐसा संभव नहीं है."
दरअसल वायरल ऑडियो से जो बात सामने आ रही है, उसमें विधायक भाई वीरेंद्र ने पंचायत सचिव को मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए फोन किया था और सचिव ने एमएल को नहीं पहचाना. इस पर विधायक ने कहा कि "भाई वीरेंद्र को भी परिचय देना पड़ता है? भाई वीरेंद्र मेरा नाम है. तुम नहीं जानता है कि भाई वीरेंद्र तुम्हारा कौन है? तुम नहीं जानता है? पूरा हिंदुस्तान जानता है, हमको और तुम नहीं जानता. इंग्लैंड से हो का तुम, टेढ़िया है तू, मनेर का विधायक को नहीं जानता है तुम". भाई वीरेंद्र ने आगे कहा कि "जूता से मारेंगे तुमको खींच कर, तुम रिकॉर्ड करो चाहे, कुछ करो. तुम प्रोटोकॉल का ख्याल नहीं रखेगा रे. हमको प्रणाम करना चाहिए था.
वहीं वायरल ऑडियो पर अब भाई वीरेंद्र ने खेद भी जताया है. उन्होंने फेसबुक पोस्ट करके अपने स्पष्टीकरण में कहा कि "मेरे विधानसभा क्षेत्र के एक पंचायत सचिव के जरिए मेरी एक रिकॉर्डेड कॉल को जानबूझकर सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुप्स में वायरल किया जा रहा है. उस कॉल में मैंने कुछ कड़े शब्द ज़रूर कहे, जिसका मुझे खेद है, लेकिन यह बात भी सभी जान लें कि जब मैंने उसे फोन किया, वह न तो शिष्टाचार से पेश आया, न अभिवादन किया और न ही जनता के कार्य को गंभीरता से लिया.
'एकतरफा ऑडियो फैलाना बेहद निंदनीय'
उन्होंने कहा कि "मैं एक जनप्रतिनिधि हूं और जनता की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहता हूं. जब एक पंचायत सचिव मुझे इस तरह की बेतुकी और लापरवाह भाषा में जवाब देता है, तो जरा सोचिए वह आम जनता, गरीबों, और जरूरतमंदों से कैसा व्यवहार करता होगा? मेरे शब्दों को काट-छांट कर पेश करना और पूरे संदर्भ को नजरअंदाज करके एकतरफा ऑडियो फैलाना बेहद निंदनीय है. मैं अपने क्षेत्र की जनता से वादा करता हूं कि ऐसे अधिकारियों की कार्यशैली को जवाबदेह बनाया जाएगा".
ये भी पढ़ें: Bihar Election 2025: चुनाव प्रचार के लिए सीएम नीतीश का हरियाणा से आया नया रथ, जानें क्या है इसकी खासियत
Source: IOCL





















