Omicron Case in Bihar: CM नीतीश का दावा- ऑमिक्रॉन के खतरे को लेकर तैयारियां पूरी, बिहार में हो रहे सबसे अधिक टेस्ट
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, " हमारे राज्य में अभी तक कोई ऑमिक्रॉन के एक भी केस नहीं मिले हैं. राज्य में सतर्कता बरती जा रही है. हम तैयार हैं, पूरी व्यवस्था कर ली गई है."
पटना: देश भर में कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए वैरिएंट ऑमिक्रॉन (Omicron) को लेकर अलर्ट जारी है. बिहार में भी खतरे को देखते हुए पांच जनवरी तक विशेष तौर पर सतर्कता बरतने का आदेश जारी किया गया है. विदेश से आ रहे लोगों पर निगरानी रखी जा रही है. वहीं, राज्य में कोरोना टेस्ट की संख्या को बढ़ाने की दिशा में लगातार काम किया जा रहा है, ताकि अगर कोई संक्रमित हो तो उसकी जल्द पहचान हो सके. इधर, कोरोना की संभावित तीसरी लहर और ऑमिक्रॉन से बचाव को लेकर तैयारियां की जा रही हैं, ताकि किसी भी परिस्थिति से निपटा जा सके.
नीतीश कुमार ने किया ये दावा
इसी क्रम में सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से मुखातिब हुए सीएम नीतीश ने ऑमिक्रॉन को लेकर किए गए एक सवाल के जवाब में कहा कि हमारे राज्य में अभी तक कोई ऑमिक्रॉन के एक भी केस नहीं मिले हैं. राज्य में सतर्कता बरती जा रही है. हम तैयार हैं, पूरी व्यवस्था कर ली गई है. हालांकि, कोई मामले नहीं हैं, लेकिन आप नहीं जानते कि कब क्या होगा. राज्य में प्रतिदिन सबसे अधिक कोरोना टेस्ट हो रहे हैं. रोजाना पांच लाख से अधिक परीक्षण किए जा रहे हैं.
कोरोना को स्थिति को लेकर काफी गंभीर
बता दें कि मुख्यमंत्री कोरोना की स्थिति को लेकर काफी गंभीर हैं. बीते दिनों भी उन्होंने कहा था कि ऑमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए अत्यधिक सतर्क हैं. बिहार में अब तक नौ करोड़ से अधिक कोरोना टीकाकरण किए जा चुके हैं. हम जल्द ही शत-प्रतिशत टीकाकरण का टारगेट हासिल कर लेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा था, " आगे अगर कुछ होगा तो जैसे पहले अस्पतालों में बेड वगैरह की व्यवस्था की गई थी, उसी तरह से इस बार भी इंतजाम है."
उन्होंने कहा, " ट्रीटमेंट में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी. इसकी पूरी तैयारी है. जिस तरह से ट्रीटमेंट के लिए पहले तीन स्टेज में लोगों को रखा जाता है, वैसे ही पहले की तरह ही तैयारी की जा रही है. बाहर से आने वाले लोगों में संक्रमण का खतरा है. ऐसे में सजगता की जरूरत है."
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