गांव में रहने को घर नहीं… अब बन गए दिल्ली में मंत्री, क्या है पंकज कुमार सिंह का बिहार कनेक्शन?
Pankaj Kumar Singh: विकासपुरी से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार महेंद्र यादव को पटखनी देने वाले डॉक्टर पंकज कुमार बक्सर जिले के धरौली गांव से हैं. जीत के बाद से ही गांव में खुशी की लहर है.

BJP Minister Pankaj Kumar Singh: दिल्ली में बीजेपी की सरकार बन गई है और रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाया गया है. गुरुवार (20 फरवरी) को दिल्ली में उनके साथ छह विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली है. इसमें से एक बक्सर के लाल डॉक्टर पंकज कुमार सिंह का भी हैं जो विकासपुरी से विधायक हैं. वे पेशे से दांत के डॉक्टर हैं. उनके मंत्री बनने से बिहार के बक्सर में खुशी की लहर है. आइए जानिए उनका बिहार कनेक्शन क्या है.
विकासपुरी से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार महेंद्र यादव को पटखनी देने वाले डॉक्टर पंकज कुमार बक्सर जिले के धरौली गांव से हैं. पंकज सिंह तीन भाई में सबसे छोटे हैं. बड़े भाई मनोज सिंह हैं जो पेशे से सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता हैं. वे पंकज सिंह के गार्जियन स्वरूप मार्गदर्शक भी हैं. दूसरे नंबर पर भाई नीरज सिंह हैं जो सर्वोच्च न्यायालय दिल्ली में अधिवक्ता हैं. तीसरे नंबर पर पंकज सिंह हैं जो पेशे से दांत के डॉक्टर हैं.
दो बेटियां... पत्नी भी डॉक्टर
पंकज कुमार सिंह के परिवार की बात की जाए तो पत्नी रश्मि कुमारी भी पेशे से दांत की डॉक्टर हैं. पंकज सिंह की दो बेटियां हैं जिनका नाम भव्या और प्रज्ञाता है. दिल्ली चुनाव का रिजल्ट आने के बाद से एक ओर जहां पंकज कुमार सिंह का परिवार जश्न मना रहा था तो दूसरी ओर 18 फरवरी को उनकी मां का निधन भी हो गया.
कैसा है गांव में घर?
पंकज सिंह के घर की बात करें तो गांव में यह काफी पुराना है. रहने लायक नहीं है. ढह चुका है. इन्हीं लोगों ने गांव में हनुमान मंदिर का निर्माण कराया है. इसी मंदिर में गांव आने पर यह लोग निवास करते हैं. इस मंदिर में बहुत बड़ा रहने लायक हाल और कमरा बनाया गया है. इसके अंदर एक तालाब भी है. परिवार के लोग साल में एक बार दिसंबर में गांव आते हैं. मंदिर में धूमधाम से पूजा-अर्चना होती है. चार साल से फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन भी इन्हीं लोगों की ओर से कराया जा रहा है.
पंकज सिंह के रिश्ते में लगने वाले उनके चाचा डॉक्टर रमेश सिंह ने बताया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीतने के बाद गांव सहित पूरे जिले में काफी खुशी का माहौल है. जीत के बाद से ही लोग जश्न मना रहे हैं. लोग बधाइयां दे रहे हैं.
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Source: IOCL






















