मांझी के चुनाव जितवाने वाले वायरल वीडियो पर BJP की पहली प्रतिक्रिया, 'इसका मतलब…'
Bihar Politics: बिहार बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा है कि जीतन राम मांझी ने सकारात्मक भाव में सारी बात कही है. आरजेडी पर उन्होंने पलटवार किया है.

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वे 'उपाय' से चुनाव जीतने की बात कह रहे हैं. हालांकि मांझी ने इस पर रिएक्शन दिया कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर वायरल करने वाले कुछ लोगों को लगता है कि मुसहर के लाल को बदनाम कर देंगे. मांझी ब्रांड हो चुका है, किसी से डरने वाला नहीं. इस वीडियो पर एक तरफ जहां आरजेडी के नेता हमला कर रहे हैं तो अब बीजेपी की ओर से प्रतिक्रिया दी गई है.
बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने शुक्रवार (19 दिसंबर, 2025) को मीडिया से कहा कि जीतन राम मांझी ने सकारात्मक भाव में सारी बात कही है. उन्होंने यह कहीं नहीं कहा कि नियम तोड़कर जिता दो. उन्होंने अपने बयान में बताया है कि डीएम को कहा गया कि नियमानुसार ईवीएम में वोट की गिनती सही तरीके से हो… और उस अनुसार रिजल्ट घोषित होता है.
दिलीप जायसवाल ने कहा कि हम (बीजेपी) रामगढ़ सीट 30 वोट से हारे, ढाका 178 वोट से हारे, करीब डेढ़ सौ वोट से फारबिसगंज सीट से हारे. कोई भी एक वोट इधर से उधर नहीं कर सकता है. अगर होता तो हम लोग भी इन सीटों पर जीत जाते.
'इसका मतलब यह नहीं कि कोई गलत करके जीते'
बीजेपी नेता ने कहा कि जीतन राम मांझी का कहना था कि हमने कहा और नियमानुसार सही तरीके से गिनती हुई और हम जीत गए. इसका मतलब यह नहीं कि कोई गलत करके जीते. दिलीप जायसवाल आरजेडी के हमले का जवाब देते हुए कहा कि नहीं बोलेंगे तो मीडिया में कैसे दिखेंगे? आरजेडी तो बेरोजगारी हो गई है, मुद्दा विहीन हो गई है, बैठे-बैठे खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे वाली बात करती है.
बता दें कि विधानसभा चुनाव (2025) में जीत के बाद 14 दिसंबर को बाराचट्टी विधानसभा क्षेत्र में ज्योति मांझी के अभिनंदन समारोह में मांझी ने भाषण में कहा था कि टिकारी सीट गलती से वह हार गए. जैसे 2020 चुनाव में मतगणना के दौरान प्रत्याशी अनिल सिंह ने कहा था कि हम चुनाव हार रहे हैं, कोई उपाय है क्या. उस समय 2700 वोट से हार रहे थे. हम प्रयास किए और वह जीत गए. इस साल मात्र 1600 वोट से हार रहे गए. मेरा दुर्भाग्य है, उन्होंने हमसे बात नहीं की, क्या दिमाग हो गया था और मैदान छोड़कर भाग गए.
उन्होंने सभा में कहा, "2020 में डीएम अभिषेक सिंह थे, वह अभी त्रिपुरा में हैं. वह फोन किए थे कि सर पिछली बार 2700 वोट से पीछे थे तो जिता दिए थे. इस बार तो 1600 वोट से पीछे थे तो क्या दिक्कत हो गया था." इस बयान के बाद सियासी हलचल मच गई है.
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