'सहयोगियों को जगह दी गई थी तो…', मंच पर मौका नहीं मिलने के बाद पप्पू यादव की प्रतिक्रिया
Pappu Yadav: पप्पू यादव ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में यात्रा निकाली जा रही थी. बिहार की जनता राहुल गांधी को सुनने आई थी. वे राहुल गांधी की ही तारीफ करते रहते, तेजस्वी यादव पर बोलने से बचते रहे.

'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान सोमवार (01 सितंबर, 2025) को पटना में आयोजित कार्यक्रम में सांसद पप्पू यादव मंच पर नहीं दिखे, बल्कि वे कुर्सी लगाकर नीचे बैठे दिखे. इसको लेकर सियासत शुरू हो गई है. इस पर अब खुद सांसद पप्पू यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है. मंगलवार (02 सितंबर, 2025) को एबीपी न्यूज़ से दिल्ली में बातचीत में उन्होंने बड़ा बयान दिया है.
सांसद पप्पू यादव ने कहा, "मंच पर उस दौरान सहयोगियों को जगह दी गई थी तो मैं वहां नहीं था, तो उसमें किसी तरह की नाराजगी नहीं है. किसी तरह की कोई ठेस और चोट नहीं पहुंची है. वोटर बचाओ यात्रा राहुल गांधी के नेतृत्व में हुई थी और कल (सोमवार) पटना की यात्रा में तो 80 फीसद कांग्रेस के कार्यकर्ता एवं आम जनता थी."
सीएम के चेहरे पर चुप हो गए पप्पू यादव
बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर पप्पू यादव से सवाल किया गया कि महागठबंधन से सीएम फेस कौन है इस पर कहा, "जब चुनाव होंगे, विधायक दल की बैठक होगी, उसके बाद तय किया जाएगा कि कौन मुख्यमंत्री बनेगा और कौन होगा मुख्यमंत्री का चेहरा होगा, उससे पहले बस साझा मिलकर चुनाव लड़ेंगे."
सांसद पप्पू यादव ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में यात्रा निकाली जा रही थी. बिहार की जनता राहुल गांधी को सुनने आई थी. एक सवाल पर उन्होंने कहा कि बिहार में मुसलमान मेरे साथ है, पिछड़ा वर्ग मेरे साथ है, लेकिन यादव मुझे नेता नहीं मानते, वह लालू जी को ही नेता मानते हैं. बता दें कि बातचीत के क्रम में सांसद पप्पू यादव राहुल गांधी की ही तारीफ करते रहते, तेजस्वी यादव पर बोलने से बचते रहे.
'वोटर अधिकार यात्रा में कांग्रेस की भूमिका अधिक'
दूसरी ओर न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने 'वोटर अधिकार यात्रा' पर कहा, "इस यात्रा में घटक दलों की भूमिका कम रही. चूंकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी वहां आए थे, इसलिए कांग्रेस की भूमिका अधिक रही. पटना के युवा खुद ही यात्रा में शामिल हुए. कल 10% भी राजद (RJD) के लोग मौजूद नहीं थे. कुछ माले (CPI-ML) और कुछ वीआईपी (VIP) के कार्यकर्ता शामिल हुए. कांग्रेस चाहती थी कि गांधी मैदान में रैली आयोजित हो."
महागठबंधन के मंच पर जगह नहीं मिलने के सवाल पर कहा, "आपको इतनी मेरी चिंता है कि मुझे पीएम या सीएम बना दें. हम कई किलोमीटर धूप में पैदल चलकर आए. मैं बगल में बैठ गया, तो आपको मायूस क्यों लगने लगा? 17 दिन की यात्रा में हम लगातार चलते रहे, सबका अभिवादन किया. हमारे क्रांतिकारी साथी आ रहे थे और यह जिम्मेदारी हमारी ही थी… गठबंधन धर्म में जिन्हें मंच पर बैठने का दायित्व है, वही तो बैठेंगे. इसमें पप्पू यादव कहां आता है?"
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