Bihar News: संजीव हंस की गिरफ्तारी पर छिड़ी स्मार्ट मीटर की बात, बिजली के तमाम टेंडर की जांच CBI से कराने की मांग
Sanjeev Hans: संजीव हंस और गुलाब यादव की गिरफ्तारी पर बीजेपी-जेडीयू ने नीतीश कुमार की तारीफ की. वहीं आरजेडी और कांग्रेस ने कहा कि बिजली विभाग में सभी टेंडर की सीबीआई से जांच हो.
Political Parties On Arresting Of Sanjeev Hans: बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी संजीव हंस और आरजेडी के पूर्व विधायक गुलाब यादव को आय से अधिक संपति अर्जित मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर पटना बेऊर जेल भेज दिया है. अब बिहार में इस पर राजनीति बयानबाजी भी शुरू हो गई है. बीजेपी प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा कि संजीव हंस की गिरफ्तारी से यह तो साफ हो गया कि एनडीए में किसी को बख्शा नहीं जाता है. चाहे कोई बड़े अधिकारी हो या छोटे पद पर रहने वाले. अगर भ्रष्टाचार करेंगे तो उन्हें जेल की सजा होगी.
गुलाब यादव की गिरफ्तारी पर बोले बीजेपी नेता
प्रभाकर मिश्रा ने कहा कि साथ में गुलाब यादव जो कभी आरजेडी के साथ थे उन्हें तो पूर्व से इसकी आदत थी, लेकिन एनडीए में किसी को बख्शा नहीं जाता है. इसलिए वह भी अब जेल में चले गए हैं. नीतीश सरकार और मोदी की सरकार जनता की सेवा करने में विश्वास रखती है और जो मेवा खाने के फेर में रहते हैं, उनको जेल के सलाखों के पीछे जाना पड़ता है और यही हुआ है.
वहीं दोनों की गिरफ्तारी पर जेडीयू प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा कि नीतीश सरकार की नीति है ना किसी को बचाते हैं ना किसी को फंसाते हैं. नीतीश सरकार की नीति है ना किसी को बचाते हैं ना किसी को फंसाते हैं. भ्रष्टाचार के मामले में पहले भी कई अधिकारियों पर बिहार में कार्रवाई हुई है और वह जेल गए हैं. बिहार सरकार ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई करने के लिए जानी जाती है. नीतीश कुमार का एक ही एजेंडा है, न्याय के साथ विकास वह इस मामले से दिख रहा है.
कांग्रेस ने इस गिरफ्तारी पर कहा कि बिजली विभाग में जितने भी टेंडर हुए हैं, उसे पर सीबीआई जांच होनी चाहिए. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि जब-जब कांग्रेस ने बिजली पर आवाज उठाया है तो सरकार के अधिकारियों के हाथ-पांव फूलने लगे हैं. संजीव हंस ने बिजली के टेंडर में करोड़ों रुपये और कई फ्लैट अर्जित किए हैं. आज संजीव हंस जेल में है.
उन्होंने कहा कि 20 साल में जितने भी बिजली विभाग में टेंडर हुए हैं, उसकी अगर निष्पक्षता से जांच होगी तो संजीव हंस के पहले के जितने भी सेक्रेटरी होंगे वह सभी जेल में जाएंगे. मुख्यमंत्री अपने आप को ईमानदार कहते हैं तो हम मांग करना चाहते हैं कि अगर आप भ्रष्टाचार मुक्त की बात करते हैं तो बिजली विभाग के सभी टेंडर को सीबीआई से जांच करवाइए तो मुख्यमंत्री के आस-पास के कई अधिकारी संजीव हंस की तरह जेल के अंदर होंगे.
स्मार्ट मीटर के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ है- आरजेडी
इधर आरजेडी ने कहा कि इससे साफ हो गया कि स्मार्ट मीटर में कितना बड़ा घोटाला हो रहा है. मनेर विधायक और आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि वैसे तो इस मामले में हम ज्यादा कुछ नहीं करेंगे. यह ईडी का मामला है ईडी ने कार्रवाई करके जेल भेजा है, लेकिन इस गिरफ्तारी से यह भी साफ हो गया है कि हम लोग प्रीपेड मीटर के खिलाफ है और जनता के लिए यह खून चूसने वाला है. इस गिरफ्तारी से भी साफ हो गया है कि किस तरह स्मार्ट मीटर के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ है.
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