Bihar Politics: ‘विशेष राज्य की मांग घिसा पिटा रिकॉर्ड, सुशील मोदी का वार, कहा- लालू कार्यकाल में क्यों नहीं लिया दर्जा
Sushil Kumar Modi Statement: नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए सुशील मोदी ने कहा कि वो जब भी बीजेपी से अलग होते हैं बिहार के लिए विशेष राज्य वाली राग अलापने लग जाते.

पटना: बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने शनिवार को तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को आड़े हाथों लिया. बिहार के टॉप राज्य में आने वाली बात और विशेष राज्य का दर्जा देने वाली बात पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि जब लालू यादव रेल मंत्री थे तब उन लोगों ने विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं लिया. इसके अलावा नीतीश कुमार के गुरुद्वारा कमेटी के सदस्य के पैर छूने वाली बात पर निशाना साधा. कहा कि वह कब किसका गला पकड़ेंगे और पैर छुएंगे कुछ नहीं कह सकते.
लालू के कार्यकाल में क्यों नहीं मिला विशेष राज्य का दर्जा
सुशील मोदी ने कहा कि लालू यादव जब रेल मंत्री थे. वह पांच साल तक रेल मंत्री थे. लालू इतने ताकतवर मंत्री थे कि आधी रात को उन्होंने कैबिनेट की बैठक बुलाकर बिहार में राष्ट्रपति शासन लगवा दिया था. अगले पांच साल आरजेडी यूपीए सरकार की मदद कर रही थी. उस समय बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिलवाया? उस दौरान भी तो उनको ये बातें छेड़नी चाहिए थी.
बीजेपी से अलग होकर विशेष राज्य का घिसा पिटा रिकॉर्ड दौहराने लगते
उन्होंने कहा कि वही घिसा पिटा रिकॉर्ड चल रहा विशेष राज्य का दर्जा. मेरा सवाल है कि देश में बीते 12 साल 13 साल में किसी को विशेष राज्य का दर्जा मिला है क्या? मोदी सरकार ने जो डेढ़ लाख करोड़ का पैकेज दिया वो विशेष राज्य की तुलना से कई गुना ज्यादा है. जब जब बीजेपी बिहार सरकार से बाहर आती है तो नीतीश कुमार ऐसे ही विशेष राज्य का राग अलापने लगते हैं. लालू यादव ने रेल मंत्री रहते हुए क्यों नहीं बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलवाया. आज नरेंद्र मोदी विशेष राज्य के पैकेज से ज्यादा राज्यों को सुविधा और पैकेज दे रही है. आगे भी मदद कर रही है.
जेडीयू और बीजेपी का विलय होना तय
सुशील मोदी ने कहा कि मैंने विलय की बात कही थी. मैं आश्वस्त होकर कह रहा हूं कि आरजेडी का जेडीयू में विलय होने जा रहा है. इसे कोई रोक नहीं सकता है. ये आज या कल होना ही है. उन्होंने कहा कि कोई थोड़े न कैमरे के सामने बोलेगा कि हम विलय करने जा रहे. इसका उदाहरण देखिए कि तेजस्वी यादव और लालू यादव को आरजेडी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी का अधिकार क्यों दिया गया कि अगर आप नाम या चुनाव चिन्ह बदलना चाहें तो कर सकते. ये अधिकार इसलिए दिया गया ताकि आरजेडी और जेडीयू का विलय होने वाला हो तो आसानी से हो सके.
नीतीश कुमार सत्ता में बने रहने के लिए कुछ भी कर सकते
वहीं नीतीश कुमार के गुरुद्वारा कमेटी के सदस्य के पैर छूने वाली बात पर सुशील मोदी ने कहा कि वह कब क्या करेंगे किसी को नहीं पता. नीतीश कुमार सत्ता में बने रहने के लिए किसी का भी पैर छू सकते. किसी भी दरवाजे पर जाकर नाक रगड़ सकते. जो व्यक्ति बीजेपी का साथ छोड़कर गया फिर बीजेपी से मिल गया. जिसने लालू यादव को जेल पहुंचाया और फिर उनके साथ चला गया. वह कब किसके गर्दन पकड़ लेंगे और कब किसके पांव छू लेंगे कुछ कहा नहीं जा सकता.
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Source: IOCL





















