मोकामा में जिस पीयूष प्रियदर्शी के प्रचार के बीच हुई दुलारंचद यादव की मौत, उनको कितने वोट?
Bihar Mokama Election Result 2025: मोकामा सीट पर रुझानों में जदयू के अनंत कुमार सिंह बड़ी बढ़त के साथ आगे हैं, जबकि आरजेडी की वीणा देवी और जन सुराज के प्रियदर्शी पीयूष दूर पीछे चल रहे हैं.

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना तेज रफ्तार से जारी है और मोकामा सीट इस बार कई वजहों से सुर्खियों में है. जदयू के उम्मीदवार और बाहुबली छवि वाले अनंत कुमार सिंह राउंड 18 तक भारी बढ़त बना चुके हैं. उन्हें अब तक 68,132 वोट मिले हैं, जबकि आरजेडी उम्मीदवार वीणा देवी 48,845 वोटों पर सिमटी हुई हैं. यानि बढ़त लगभग 19,287 वोटों की हो गई है. वहीं जन सुराज पार्टी के प्रियदर्शी पीयूष तीसरे स्थान पर हैं और 11,067 वोट के साथ काफी पीछे चल रहे हैं.
दुलारचंद यादव की मौत से गरमा गया था माहौल
मोकामा सीट चुनाव से पहले इसलिए भी विवादों में आ गई थी, क्योंकि जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार प्रियदर्शी पीयूष के प्रचार के दौरान ही दुलारचंद यादव की संदिग्ध मौत हो गई थी. घटना के तुरंत बाद इस मौत का आरोप सीधे जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह पर लगा.
इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अनंत सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. हालांकि जदयू लगातार इसे राजनीतिक साजिश बताता रहा और दावा करता रहा कि विपक्ष उन्हें फंसाने की कोशिश कर रहा है.
पीयूष प्रियदर्शी का क्या रहा असर?
घटना के बाद जन सुराज पार्टी के पीयूष प्रियदर्शी के प्रति सहानुभूति जरूर दिखी, लेकिन वोटों में इसका बड़ा असर फिलहाल नजर नहीं आ रहा. रुझानों में वे तीसरे नंबर पर हैं और जदयू तथा आरजेडी से काफी दूरी पर हैं. उनकी पूरी कैंपेनिंग पर दुलारचंद यादव की मौत की छाया दिखी और विपक्ष ने भी इस मुद्दे को खूब उछाला.
बाकी उम्मीदवारों का क्या है हाल?
बाकी उम्मीदवारों में AAP के डॉ. राजेश कुमार रत्नाकर को 1,450 वोट, निर्दलीय अनिल कुमार को 1,032, लोकहित अधिकार पार्टी के राहुल कुमार को 735, निर्दलीय विकास कुमार को 578 और पंचपउनिया समाज पार्टी की मंजू कुमारी को 569 वोट मिले हैं, जबकि NOTA ने भी 3,320 वोट हासिल किए हैं.
मतगणना के आंकड़े बता रहे हैं कि अनंत सिंह मजबूत बढ़त के साथ जीत की ओर बढ़ रहे हैं, लेकिन दुलारचंद यादव मौत मामला उनके लिए राजनीतिक सिरदर्द बना हुआ है. जेल में रहते हुए भी वे चुनाव लड़ रहे हैं और उनके समर्थक दावा करते हैं कि मोकामा की जनता उनके साथ खड़ी है.
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