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Bihar Liquor Ban: मांझी का 'अद्भुत ज्ञान', अफसरों से दारू पीना सीखें गरीब, उनका 'फॉर्मूला' अपनाया तो बढ़ जाएगी इज्जत
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, " बड़े-बड़े अधिकारी, जो चालक हैं, वे भी रात में शराब का सेवन करते हैं. उसे सुबह में कोई नहीं जानता है. उनसे सीख लेने की जरूरत है कि शराब का सेवन कैसे करते हैं."
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गया: बिहार में लागू शराबबंदी कानून (Prohibition Law) में संशोधन के बाद तमाम पार्टियों के नेता विभिन्न प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. इसी क्रम में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan ram Manjhi) ने कानून में बदलाव को लेकर संतोष जाहिर किया है. साथ ही सीएम नीतीश कुमार को धन्यवाद भी दिया है. उन्होंने अपने गृह जिला गया में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हमने हमेशा से शराब नीति की समीक्षा करने की मांग की है. इसका कारण ये है कि शराब नीति से सबसे ज्यादा पीड़ित गरीब वर्ग के लोग थे.
बड़े कारोबारियों पर नहीं होती कार्रवाई
मांझी ने कहा, " बड़े-बड़े तस्कर तो छूट जाते थे. लेकिन गरीब फंस जाते थे. यही कारण है कि जेलों में आज 70 प्रतिशत गरीब बंद हैं. तीसरी बार ये समीक्षा हुई है. सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा था कि शराब के कारण कई केसों के निपटारे में विलंब हो रहा है. ऐसे में शराब नीति पर किसी भी कीमत बदलाव नहीं करने का स्टैंड रखने वाले सीएम नीतीश ने समीक्षा कर कानून में संशोधन कर दिया है. अब देखना ये है कि अधिकारी इस पर कैसे काम करते हैं क्योंकि समस्या अभी भी वही है. गरीब ना फंसे इस पर सतर्क रहने की जरूरत है."
मांझी ने श्रमिकों को दी ये नसीहत
वहीं, अपनी थोड़ी-थोड़ी पिया करो वाले थ्योरी पर बात करते हुए मांझी ने कहा, " थोड़ी-थोड़ी पिया करो, यह हम नहीं कहते हैं, डॉक्टर भी कहते हैं. शराब और जहर एक तरह का है. अगर ज्यादा जहर खा लेंगे तो मर जाएंगे. लेकिन अगर जहर को सीमित मात्रा में ले तो वह अमृत का काम करता है. उसी प्रकार शराब है, अगर कोई लिमिट में लेता है, तो इसमें कोई गुनाह नहीं है."
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, " जो श्रमिक वर्ग के लोग हैं, उनको टॉक्सिसेसन की आवश्यकता पड़ती है. जब रात में उन्हें दूध-दही नहीं मिलता तो वे शराब लेते हैं. बड़े-बड़े न्यायायिक अधिकारी व सभी अधिकारी, जो चालक हैं, वे भी रात में शराब का सेवन करते हैं. उसे सुबह में कोई नहीं जानता है. तो उनसे सीख लेने की जरूरत है कि शराब का सेवन कैसे करते हैं. इससे इज्जत बढ़ती है. रात में सोने के समय लिमिट मात्रा में शराब पिएं, जिससे सुबह-सुबह कार्यक्षमता में भी वृद्धि होगी और सामाजिक प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी."
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