'मेरी राजनीतिक हत्या...', 'बिहारी फर्स्ट' की बात करने वाले चिराग पासवान का विपक्ष पर बड़ा आरोप
Chirag Paswan: चिराग पासवान ने कहा कि मेरे परिवार को तोड़ने, पार्टी को खत्म करने की साजिश रची गई. सोचा गया कि चिराग डर जाएगा. मगर वे भूल गए कि मैं रामविलास पासवान का बेटा हूं.

केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान रविवार को पूर्णिया पहुंचे, जहां रंगभूमि मैदान में आयोजित नव संकल्प महासभा में चिराग ने विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कांग्रेस–राजद के एमवाई समीकरण को बिहार के पिछड़ेपन की जड़ बताते हुए कहा कि अब जातीय राजनीति खत्म कर 'बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट' की सोच को आगे बढ़ाना होगा.
सभा की शुरुआत में चिराग पासवान ने बिहार के पहले दलित मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह सौभाग्य है कि आज उनकी जयंती पर इतनी बड़ी सभा हो रही है. इसमें 7 जिलों से लोग पहुंचे हैं. चिराग ने कहा कि आने वाला विधानसभा चुनाव बिहार के अगले 5 साल का भविष्य तय करेगा.
चिराग ने कांग्रेस और राजद को निशाने पर लेते हुए कहा कि विपक्षी पार्टियां मेरी राजनीतिक हत्या करना चाहती थीं. मेरे परिवार को तोड़ने, पार्टी को खत्म करने की साजिश रची गई. सोचा गया कि चिराग डर जाएगा. मगर वे भूल गए कि मैं रामविलास पासवान का बेटा हूं, शेर का बेटा हूं. मैं नहीं डरता.
जनता से सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि आजादी के 80 साल बाद भी बिहार पिछड़ा क्यों है? जब दिल्ली–मुंबई जैसे राज्य चमक उठे, तब बिहार मूलभूत सुविधाओं के लिए क्यों तरसता रह गया? शिक्षा के लिए बच्चों को बाहर जाना पड़ता है, इलाज के लिए माताएं-बहनें दिल्ली जाती हैं और रोजगार के लिए युवाओं को पलायन करना पड़ता है.
उन्होंने कहा कि बिहार के पिछड़ेपन की सबसे बड़ी वजह जातीय राजनीति है. यहां राजनीतिक पार्टियों ने लोगों को जात और धर्म के नाम पर बांटा. भाई को भाई से लड़वाया. सत्ता खुद ले ली और हमें हमारे हाल पर छोड़ दिया. अब इस सोच को बदलना होगा.
तेजस्वी यादव का नाम लिए बिना हमला बोलते हुए चिराग ने कहा कि कुछ नेता नहीं चाहते कि बिहार के लोग पढ़-लिखें. उन्हें डर है कि अगर शिक्षा मिलेगी तो लोग सवाल पूछेंगे. इसलिए वे चाहते हैं कि युवा बाहर जाएं और बड़े-बुजुर्गों का वोट लेकर जातीय समीकरण साधा जा सके.
चिराग पासवान ने कहा कि मेरे लिए मेरी आकांक्षाएं नहीं, आपकी तकलीफें मायने रखती हैं. सभा में उमड़े जनसैलाब को संबोधित करते हुए चिराग ने कहा कि मेरे लिए मेरी महत्वाकांक्षाएं मायने नहीं रखतीं. मुझे चिंता है आपकी और आपके भविष्य की. मैं जानता हूं कि आने वाले दिनों में मुझे और प्रताड़नाएं झेलनी पड़ेंगी, मगर बिहार को विकसित बनाने का सपना कभी नहीं टूटेगा.
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Source: IOCL





















