Muzaffarpur Experts Exit Poll: मुजफ्फरपुर में कौन मारेगा बाजी? NDA या महागठबंधन, बोचहा और कुढ़नी बनीं सस्पेंस की सीटें
Muzaffarpur Exit Poll 2025: एबीपी बिहार एग्जिट पोल 2025 में मुजफ्फरपुर की 11 सीटों पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला है. NDA को 5, महागठबंधन को 4 सीटों पर जीत मिल सकती है.

मुजफ्फरपुर जिले की सियासी जंग इस बार बेहद दिलचस्प हो गई है. एबीपी बिहार एक्सपर्ट एग्जिट पोल 2025 के मुताबिक जिले की 11 विधानसभा सीटों में NDA को बढ़त दिखाई दे रही है, जबकि महागठबंधन (MGB) भी कड़ी टक्कर दे रहा है. जिले की कुल 11 सीटों में NDA को 5, महागठबंधन को 4 और दो सीटों पर कांटे की टक्कर मानी जा रही है. खासकर बोचहा और कुढ़नी विधानसभा में मुकाबला बेहद रोचक बना हुआ है.
गायघाट में निरंजन राय का पलड़ा भारी
वरिष्ठ पत्रकार विशाल और अमीर के मुताबिक गायघाट सीट से JSP के अशोक कुमार सिंह के वोट काटने से RJD उम्मीदवार निरंजन राय को बढ़त मिल रही है. JDU की उम्मीदवार कोमल सिंह इस वोट बंटवारे का खामियाजा भुगतती नजर आ रहे हैं.
औराई में रमा निषाद को बढ़त
एक्सपर्ट धीरज और विशाल के अनुसार औराई विधानसभा में NDA की रमा निषाद को सहनी और भूमिहार वोट का फायदा मिल रहा है. निवर्तमान भाजपा विधायक रामसूरत राय से भूमिहार वोटर नाराज चल रहे थे. उधर, मुस्लिम वोटों में भी आफताब आलम की सेंधमारी हुई है, जिससे रमा निषाद लीड पर हैं.
मुजफ्फरपुर की 11 सीटों का बंटवारा -
एनडीए – 5 सीटें
बीजेपी – 3 सीटें
जदयू – 2 सीटें
महागठबंधन – 4 सीटें
राजद – 2 सीटें
कांग्रेस – 2 सीटें
बोचहां और कुरहनी विधानसभा सीटों कड़ा मुकाबला
यहां क्लिक कर पढ़ें बिहार के सभी 38 जिलों की 243 सीटों का एक्सपर्ट एग्जिट पोल
मीनापुर में मुन्ना यादव की राह कठिन
मीनापुर में RJD के मुन्ना यादव को इस बार पिछली तरह फॉरवर्ड वोट नहीं मिल रहे हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, उनकी ‘भूरा बाल’ टिप्पणी और दबंग छवि ने उन्हें नुकसान पहुंचाया है. वहीं बोचहा (SC) सीट पर इस बार रोमांच चरम पर है.
वरिष्ठ पत्रकार धीरज, विशाल और अमीर के मुताबिक यहां बेबी कुमारी (एलजेपीआरवी ) और अमर पासवान (RJD) के बीच बेहद कड़ा मुकाबला चल रहा है. दोनों के बीच मामूली अंतर से जीत-हार तय हो सकती है.
सकरा में हार की आहट
आदित्य कुमार बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में जेडीयू उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं. सकरा सीट पर पूर्व मंत्री अशोक चौधरी के बेटे को हार का सामना करना पड़ सकता है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, पिछले कार्यकाल में कोई खास काम न करने के कारण जनता नाराज है और NDA प्रत्याशी को इसका नुकसान हो रहा है.
वहीं कुढ़नी विधानसभा में NDA के केदार गुप्ता पर काम न करने के आरोप लगे हैं. उनका कोर वोटर भी इस बार कुछ हद तक उदासीन है, लेकिन फिर भी यहां मुकाबला टक्कर का बना हुआ है.
मुजफ्फरपुर शहरी सीट पर विजेंद्र चौधरी आगे
मुजफ्फरपुर नगर विधानसभा में कांग्रेस के विजेंद्र चौधरी आगे चल रहे हैं. राजनीतिक एक्सपर्ट्स के अनुसार, भाजपा के अंदरूनी विरोध ने NDA के उम्मीदवार रंजन सिंह को नुकसान पहुंचाया है.
कांटी में अजीत कुमार की वापसी
कांटी में जदयू के अजीत कुमार इस बार मजबूती से आगे हैं. स्थानीय वरिष्ठ पत्रकार धीरज और विशाल का कहना है कि पिछली बार निर्दलीय लड़ने के बावजूद अजीत कुमार ने अच्छा प्रदर्शन किया था, अब पार्टी सिंबल मिलने से उनकी स्थिति और मजबूत हुई है.
बरुराज में भाजपा के अरुण सिंह को बढ़त मिलती दिख रही है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, उनके खिलाफ कोई मजबूत प्रत्याशी मैदान में नहीं है, और जन स्वराज पार्टी भी खास असर नहीं डाल पा रही है.
पारू विधानसभा में RJD के शंकर यादव को फायदा मिलता दिख रहा है. पत्रकारों के अनुसार, NDA ने लगातार चार बार के विधायक अशोक सिंह को टिकट नहीं दिया, जिससे स्थानीय वोटर नाराज हैं और यह गुस्सा RJD के पक्ष में जा रहा है.
साहेबगंज में राजू सिंह की बढ़त
साहेबगंज सीट पर NDA के राजू सिंह को लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता और लगातार जनता से जुड़ाव का फायदा मिल रहा है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि उनकी ग्राउंड पकड़ उन्हें जीत दिला सकती है.
मुजफ्फरपुर जिले में इस बार सत्ता का समीकरण पूरी तरह संतुलित दिख रहा है. एग्जिट पोल के मुताबिक, NDA 5, महागठबंधन 4, और 2 सीटों पर कांटे की लड़ाई यह बताता है कि जिले की जनता ने किसी एक पक्ष को पूर्ण बहुमत देने का मन नहीं बनाया है. बोचहा और कुढ़नी जैसे सीटों का नतीजा पूरे जिले की सियासी तस्वीर बदल सकता है.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























