Durga Puja: बिहार में बिना लाइसेंस नहीं होगा मूर्ति विसर्जन, पंडाल और जुलूस पर प्रशासन की कड़ी निगरानी
Durga Puja 2025: बिहार में दुर्गा पूजा के लिए बिना लाइसेंस पंडाल, विसर्जन या जुलूस पर रोक, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी, सीमाओं पर चौकसी, सोशल मीडिया निगरानी और सीसीटीवी-फायर सेफ्टी अनिवार्य किए गए.

दुर्गा पूजा के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी रोकने और शांति बनाए रखने के लिए इस बार सरकार और पुलिस प्रशासन ने कड़े नियम लागू किए है. अब बिना लाइसेंस के न तो कोई पूजा पंडाल बनेगा और न ही कोई प्रतिमा विसर्जन या जुलूस निकलेगा.
प्रशासन ने कड़ा निर्देश दिया है कि हर आयोजन के लिए संबंधित थाने से अनुमति लेना अनिवार्य कर दिया गया है. इतना ही नहीं, सभी जुलूस की वीडियोग्राफी भी करनी होगी.
पूजा के दौरान किसी तरह की बर्दाश्त नहीं की जाएगी लापरवाही
राज्य में हर साल औसतन 15 से 16 हजार प्रतिमाएं स्थापित होती हैं. इस साल भी करीब इतने ही संख्या में प्रतिमाओं के स्थापित होने की संभावना है. पुलिस मुख्यालय ने साफ किया है कि पूजा के दौरान किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अगर किसी थाना क्षेत्र में हंगामा या गड़बड़ी हुई तो संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी.
त्योहार के दौरान खासकर सप्तमी, अष्टमी और नवमी के दिन लाखों लोग गांव-देहात से शहरों की ओर आते हैं. ऐसे समय में छिनतई, छेड़खानी और लूटपाट की घटनाएं अक्सर बढ़ जाती हैं. इसे देखते हुए पुलिस को सभी संवेदनशील रास्तों पर अतिरिक्त गश्ती और रोशनी की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है.
नेपाल और पड़ोसी राज्यों से सटी सीमाओं पर बढ़ाई गई चौकसी
सीमा से लेकर गली-मोहल्लों तक सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. नेपाल और पड़ोसी राज्यों से सटी सीमाओं पर चौकसी बढ़ाई गई है. करीब 127 थानों को गश्ती तेज करने और चेकिंग अभियान चलाने को कहा गया है. नेपाल सीमा पर सशस्त्र सीमा बल की तैनाती भी बढ़ा दी गई है. इसके साथ ही भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सीसीटीवी निगरानी और सादे कपड़ों में पुलिस की तैनाती की गई है.
आपत्तिजनक पोस्ट या अफवाह पर तुरंत होगी कार्रवाई
सोशल मीडिया पर भी प्रशासन की खास नजर रहेगी. राज्य मुख्यालय का सोशल मीडिया कमांड सेंटर और जिलों के यूनिट्स पूरी तरह सक्रिय हैं. किसी भी आपत्तिजनक पोस्ट या अफवाह पर तुरंत कार्रवाई होगी. साथ ही, साइबर फ्रॉड से बचने के लिए लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है.
पुलिस मुख्यालय का कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय रहेगा और सभी जिलों से लगातार रिपोर्ट ली जाएगी. विसर्जन जुलूस के मार्ग पर खास निगरानी रखी जाएगी और दूसरे समुदाय के धार्मिक स्थलों के पास मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे. असामाजिक तत्वों से पहले ही बंध-पत्र भरवाए जा चुके हैं.
प्रशासन ने दिए सख्त दिशा-निर्देश
- हर पंडाल में सीसीटीवी कैमरे और अग्निशमन उपकरण अनिवार्य होंगे.
- पानी से भरे ड्रम आपात स्थिति के लिए पंडाल के पीछे रखे जाएंगे.
- कोई भी झांकी, चित्र या स्लोगन ऐसा नहीं होगा जिससे धार्मिक भावना आहत हो.
- लाउडस्पीकर रात 10 बजे के बाद बंद करने होंगे.
पुलिस मुख्यालय ने जनता से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि या घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दें और कानून अपने हाथ में न लें.
Source: IOCL





















