महागठबंधन में कांग्रेस हाईकमान तय करेगा CM फेस? विधायकों के बयान में कितनी सच्चाई, समझें पूरा गणित
Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में जहां आरजेडी तेजस्वी यादव को सीएम चेहरा बनाकर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. वहीं कांग्रेस विधायकों को इसपर रुख अलग नजर आ रहा है.

Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा के चुनाव में करीब 8 महीने का वक्त है, संभवतः अक्टूबर नवंबर महीने में चुनाव होंगे. मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच है. एनडीए की ओर से तो सभी पार्टी के नेता यह घोषणा कर चुके हैं कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे. लेकिन महागठबंधन में पेंच उलझता नजर आ रहा है. आरजेडी एवं वाम दल के भी नेता यह तय कर चुके हैं कि मुख्यमंत्री का चेहरा तेजस्वी यादव होंगे. लेकिन कांग्रेस के कुछ विधायकों ने पहले कह दिया है कि मुख्यमंत्री का चेहरा तो कांग्रेस के आला तय करेंगे.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा कुछ दिनों पहले कह चुके हैं कि मुख्यमंत्री का चेहरा तो चुनाव जीतने के बाद तय होगा और जो जीते हुए विधायक होंगे वह तय करेंगे. इसमें हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे,राहुल गांधी, सोनिया गांधी फैसला करेंगे. कांग्रेस विधायक विजय शंकर दुबे भी कह चुके हैं कि मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा यह कांग्रेस का हाईकमान तय करेगा.
कांग्रेस-RJD नेताओं के सुर अलग-अलग
दूसरी तरफ आरजेडी साफ कर दिया है कि तेजस्वी यादव ही मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे, लेकिन कांग्रेस विधायकों के सुर आरजेडी से नहीं मिल रहे हैं. अब सवाल उठ रहा है कि क्या अजीत शर्मा, विजय शंकर दुबे या कोई अन्य कांग्रेस नेता तेजस्वी को लेकर क्लीयर क्यों नहीं है. वे उनके अपने मन से बोल रहे हैं या कहीं ना कहीं कांग्रेस आलाकमान की सहमति है. क्योंकि इन विधायकों के बयान के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष या बिहार प्रभारी कृष्ण अल्लावरु की ओर से कोई सख्ती वाला निर्देश नहीं मिला है और अब कांग्रेस बिहार विधानसभा चुनाव के लिए दिल्ली में राहुल गांधी के साथ बड़ी बैठक करने जा रही है.
12 मार्च को दिल्ली में बिहार कांग्रेस नेताओं की बैठक
कांग्रेस ने चुनाव की रणनीति पर काम किया शुरू कर दिया है .जानकारी के मुताबिक आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार के नए प्रभारी कृष्णा अल्लावारु और राहुल गांधी की 12 मार्च को दिल्ली में मुलाकात होगी. राहुल गांधी के साथ मीटिंग में प्रभारी के साथ पार्टी के 30-35 सीनियर लीडर भी मौजूद रहेंगे. इसमें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के अलावा सभी 19 विधायक और अन्य बड़े नेता भी शामिल रहेंगे. कांग्रेस के विश्वसनीय नेता के मुताबिक बिहार के नेता राहुल गांधी को बिहार के राजनीतिक हालात को लेकर फीडबैक देंगे. महागठबंधन में कांग्रेस की भूमिका पर भी चर्चा होगी. संगठन को कैसे मजबूत बनाया जाए इसको लेकर भी मंथन होगा. साथ ही RJD के साथ सीटों के तालमेल पर भी चर्चा होगी.
कांग्रेस-RJD अलग-अलग या साथ-साथ?
एनडीए की ओर से भी चुनाव की तैयारी को लेकर कई साझा कार्यक्रम किया जा रहे हैं. लेकिन महागठबंधन में ऐसा नहीं दिख रहा है. कांग्रेस अलग राह पर चल रही है और आरजेडी अलग राह पर. पिछले महीने राहुल गांधी लगातार दो बार बिहार का दौरा कर चुके हैं तो बिहार के प्रभारी को भी बदल दिया गया और कर्नाटक के कृष्ण अल्लावरु को नया प्रभारी बनाया गया. कृष्ण अल्लावरु कर्नाटक चुनाव में प्रभारी बने थे और वहां कांग्रेस की जीत हुई थी. अभी वह बिहार के सभी जिलों का दौरा कर रहे है. कांग्रेस अकेले पूरी तैयारी में लगी है.
कांग्रेस निकालेगी ‘नौकरी दो यात्रा’
हाल के बयानों में यह जरूर कांग्रेस नेता कह रहे हैं कि महागठबंधन में कोई फुट नहीं है लेकिन फिलहाल कांग्रेस की जो रणनीति है वह एकला चलो की राह पर दिख रही है. वह इससे भी देखा जा रहा है कि कांग्रेस के युवा छात्र नेता और कार्यकर्ता 16 मार्च से 14 अप्रैल तक बिहार को नौकरी दो यात्रा निकालेंगे. इसमें कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के प्रभारी कन्हैया कुमार भी शामिल होंगे. ये यात्रा पूर्वी चंपारण के गांधी आश्रम से शुरू होकर पटना तक आएगी. अब कन्हैया कुमार की बिहार में वापसी को लेकर कई तरफ की चर्चाएं शुरू हो गई है. कांग्रेस के कार्यक्रम में आरजेडी या कोई पार्टी शामिल नहीं रहेगी. वर्तमान समय में जो कांग्रेस के रुख दिख रहे हैं उससे साफ है कि कांग्रेस आरजेडी पर दबाव बनाने के मूड में है और यही वजह है कि उनके विधायक भी बयानबाजी कर रहे हैं.
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Source: IOCL






















