Bhojpuri Film: बेटियों को सशक्त बनाने के लिए मजदूर पिता के संघर्ष की कहानी है ‘बाबुल’, पहली बार दिखेगी देव और नीलम की जोड़ी
यह फिल्म भोजपुरी सिनेमा के ओहरा को ऊंचा करने वाला है. तकरीबन साढ़े 300 फिल्मों में एक्टिंग करने वाले अवधेश मिश्रा की बतौर लेखक निर्देशक यह दूसरी फिल्म है.

पटनाः राजधानी पटना में बुधवार को भोजपुरी फिल्म बाबुल का प्रीमियर हुआ. इस दौरान फिल्म से जुड़े मुख्य कलाकार, निर्माता और निर्देशक मौजूद थे. फिल्म ‘बाबुल’ पूरी तरह पारिवारिक और पिता-पुत्री के भावनात्मक संबंधों की फिल्म है. साथ ही ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और बेटी को सशक्त बनाओ’ के सपने को लेकर जीने वाले एक ऐसे गरीब मेहनत करने वाले पिता के संघर्ष की कहानी है, जो बेटियों की जिंदगी को खुशहाल बनाने के लिए अपना सब कुछ लगा देता है.
अवधेश मिश्रा द्वारा लिखित और निर्देशित यह फिल्म भोजपुरी सिनेमा के ओहरा को ऊंचा करने वाला है. कहा जा रहा है कि भोजपुरी सिनेमा के बारे में जो आम धारना रही है, उससे कहीं आगे की कहानी है. हालांकि इस फिल्म में बिहारी हिंदी भाषा एवं भोजपुरी दोनों का प्रयोग किया गया है. गीत–संगीत और पटकथा का सामंजस्य फिल्म को और भी बेहतरीन बनाता है. सामाजिक संदेश और मनोरंजन के साथ समाज को कुछ संदेश देने वाली फिल्म है ‘बाबुल’.
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बतौर लेखक निर्देशक अवेधश मिश्रा की यह दूसरी फिल्म
इस फिल्म की केंद्रीय भूमिका अवधेश मिश्रा, नीलम गिरि, देव सिंह, अनिता रावत, शशि रंजन और अंबिका वानी ने निभाई है. तकरीबन साढ़े 300 फिल्मों में एक्टिंग करने वाले अवधेश मिश्रा की बतौर लेखक निर्देशक यह दूसरी फिल्म है. इससे पहले ‘जुगनू’ उन्होंने निर्देशित की थी. इन दोनों फिल्मों का निर्माण वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स के रत्नाकर कुमार ने किया है. एलबम की दुनिया में अपने नृत्य और अदा से धूम मचाने वाली नीलम गिरि ने बतौर अभिनेत्री इस फिल्म में पहली बार मुख्य भूमिका निभाई है. 50 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके देव सिंह ने इस फिल्म में अच्छी भूमिका निभाई है.
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Source: IOCL





















