Bihar: बांका में जिउतिया पर्व पर दर्दनाक हादसा, नदी में डूबने से तीन बच्चियों की मौत
Banka News: बांका जिले में जिउतिया पर्व पर नदी में स्नान करने गई तीन बच्चियों की डूबने से मौत हो गई. जिसमें दो सगी बहनें शामिल थीं. इस घटना के बाद पूरे गांव में शोक और सन्नाटा पसर गया है.

जिउतिया पर्व के अवसर पर बांका जिले से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है. रविवार (14 सितंबर) की संध्या बेलहर थाना क्षेत्र के सरारी घाट पुल के पास बेलहरनी नदी में स्नान करने गई तीन बच्चियों की डूबने से मौत हो गई. मृतकों में दो सगी बहनें भी शामिल हैं. इस घटना ने पूरे इलाके को शोक और मातमी सन्नाटे में डूबा दिया है.
मृतक बच्चियों की पहचान दमजोर तांती टोला निवासी संजय तांती की पुत्री प्रिया कुमारी (14) और साक्षी कुमारी (12) के रूप में हुई है. इनके अलावा दिवाकर तांती की पुत्री ऋतु कुमारी (13) की भी डूबने से मौत हो गई. तीनों बच्चियां अपनी मां के साथ जिउतिया पर्व को लेकर स्नान करने नदी गई हुई थीं.
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार स्नान के दौरान बच्चियां धीरे-धीरे गहरे पानी की ओर चली गईं. अचानक वे डूबने लगीं और मदद के लिए हाथ-पैर मारने लगीं. यह दृश्य देखकर वहां स्नान कर रही महिलाओं ने शोर मचाना शुरू किया. आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण घटनास्थल पर दौड़े और बच्चियों को बचाने के लिए नदी में कूद पड़े. काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने तीनों बच्चियों को पानी से बाहर निकाला और तत्काल बेलहर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहुंचाया.
डॉक्टरों ने तीनों बच्चियों को मृत घोषित किया
सीएचसी में ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सकों ने जांच के बाद तीनों बच्चियों को मृत घोषित कर दिया. जैसे ही यह खबर परिजनों तक पहुंची, परिवार के बीच कोहराम मच गया. अस्पताल परिसर परिजनों की चीख-पुकार और करुण क्रंदन से गूंज उठा.
घटना की जांच में जुटी पुलिस
घटना की जानकारी मिलते ही बेलहर थाना की पुलिस और अंचलाधिकारी शशिकांत शुक्ला मौके पर पहुंचे. अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और परिजनों को ढांढस बंधाया. बेलहर थानाध्यक्ष राजकुमार प्रसाद ने बताया कि तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए बांका सदर अस्पताल भेज दिया गया है.
गांव में पसरा मातम
जिउतिया जैसा पारंपरिक पर्व जहां माताओं द्वारा अपने बच्चों की लंबी उम्र की कामना की जाती है, उसी दिन ऐसी दर्दनाक घटना ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया. गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से नदी घाटों पर सुरक्षा इंतजाम बढ़ाने की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके.
Source: IOCL
























