Unbreakable Cricket Records: क्रिकेट के 4 ऐसे महारिकॉर्ड, जिनके टूटने की संभावना लगभग नामुमकिन
क्रिकेट में रिकॉर्ड बनते भी हैं और टूटते भी, लेकिन कुछ महारिकॉर्ड ऐसे हैं जिन्हें में कोई छू भी नहीं पाया है. जानिए कौन-कौन से हैं ये अमर क्रिकेट रिकॉर्ड, जिन्हें तोड़ना लगभग नामुमकिन माना जाता है.

Unbreakable Cricket Records: क्रिकेट को अक्सर ‘अनिश्चितताओं का खेल’ कहा जाता है. आज जो रिकॉर्ड बनता है, वह कल टूट भी सकता है. हालांकि इस खेल के इतिहास में कुछ ऐसे महारिकॉर्ड दर्ज हैं, जिन्हें देखकर लगता है कि शायद आने वाले कई दशक भी इन्हें छू नहीं पाएंगे. ये रिकॉर्ड इतने विशाल, इतने अनोखे और इतने असाधारण हैं कि इनके करीब पहुंचना भी खिलाड़ियों के लिए किसी सपने जैसा है. आइए जानते हैं क्रिकेट के वो 4 अमर रिकॉर्ड, जिनका टूटना लगभग नामुमकिन माना जाता है.
जैक हॉब्स का पहाड़ जैसा रिकॉर्ड
इंग्लैंड के महान बल्लेबाज जैक हॉब्स ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 199 शतक जड़कर ऐसा कीर्तिमान बनाया है, जो क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा बैटिंग रिकॉर्ड माना जाता है. हॉब्स ने 29 साल के करियर में 834 मैच, 61,760 रन और 273 अर्धशतक बनाए.
उनकी यह उपलब्धि इतनी बड़ी है कि सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज भी इसके आसपास नहीं पहुंच पाए. आज के समय में फर्स्ट क्लास मैच कम होने और इंटरनेशनल क्रिकेट पर बढ़ते फोकस के कारण हॉब्स का यह रिकॉर्ड टूटने की संभावना लगभग खत्म हो चुकी है.
डॉन ब्रैडमैन का रिकॉर्ड
ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रैडमैन का टेस्ट क्रिकेट में 99.94 का औसत खेल की सबसे खूबसूरत और अनछुई संख्याओं में से एक है. यदि वह अपनी आखिरी पारी में 4 रन बना लेते, तो उनका औसत 100 हो जाता. इसके बावजूद यह आकड़ा आज भी किसी दिग्गज या आधुनिक बल्लेबाज के आसपास तक नहीं है. 52 टेस्ट में 6996 रन बनाने वाले ब्रैडमैन का यह रिकॉर्ड क्रिकेट की बाइबल माना जाता है और इसके टूटने की संभावना लगभग असंभव है.
रोहित शर्मा के दोहरे शतक
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा वनडे फॉर्मेट के बेमिसाल बादशाह हैं. हिटमैन ने वनडे इंटरनेशनल में 3 दोहरे शतक लगाए हैं, जो दुनिया में किसी और बल्लेबाज ने आज तक नहीं किए. 264 रन की उनकी पारी आज भी वनडे की सबसे बड़ी पारी है. वनडे में डबल सेंचुरी लगाना ही मुश्किल होता है, लेकिन एक ही खिलाड़ी द्वारा तीन बार यह कारनामा करना उन्हें क्रिकेट इतिहास में अलग स्तर पर रखता है. इस रिकॉर्ड को तोड़ना लगभग असंभव नजर आता है.
जिम लेकर का अनोखा कारनामा
इंग्लैंड के स्पिनर जिम लेकर ने 1956 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक टेस्ट मैच में 19 विकेट लेकर दुनिया को हैरान कर दिया था. पहली पारी में 9 और दूसरी में 10 विकेट, यह उपलब्धि दोबारा हासिल करना किसी जादू से कम नही. किसी गेंदबाज के लिए एक मैच में 19 विकेट लेने के लिए अनुकूल पिच, परफेक्ट किस्मत और अद्भुत प्रदर्शन, तीनों का एक साथ होना चाहिए, जो आधुनिक क्रिकेट में लगभग नामुमकिन है.
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