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रात में अपने-आप जगमगाती हैं भारत की ये जगहें... पढ़िए ऐसा क्यों होता है
प्रकृति में आश्चर्यों से भरी चीजों की भरमार है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि भारत में कुछ जगह ऐसी भी हैं, जो रात के अंधेरे में भी अपने आप चमकती हैं? इन जगहों के बारे में हमने आगे बताया है.
![प्रकृति में आश्चर्यों से भरी चीजों की भरमार है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि भारत में कुछ जगह ऐसी भी हैं, जो रात के अंधेरे में भी अपने आप चमकती हैं? इन जगहों के बारे में हमने आगे बताया है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/03/09/3408433cf5d6233b1b7a762663725caf1678368455336580_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
समुद्र तट (सांकेतिक तस्वीर)
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![महाराष्ट्र के जुहू बीच पर समुद्र के पानी में रहस्यमय नीली रोशनी देखने को मिलती है. दरअसल, ऐसा पानी में मौजूद कुछ बेहद सुक्ष्म समुद्री खरपतवार की वजह से होता है. इन्हे माइक्रोस्कोपिक मरीन प्लान्ट कहते हैं. वैज्ञानिक इसे फाइटोप्लैंक्टॉन कहते हैं, लेकिन आमतौर पर इन्हें डाइनोफ्लैगिलेटस कहा जाता है. समुद्र में मौजूद ये महीन पौधे प्रोटीन के साथ मिलकर एक खास तरह की नीली रोशनी पैदा करते हैं, लहरें उठने पर ये रोशनी फैल जाती हैं और बीच नीला दिखने लगता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/03/09/f1aa3a12d1af88320015bacf1178cc3a993ee.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
महाराष्ट्र के जुहू बीच पर समुद्र के पानी में रहस्यमय नीली रोशनी देखने को मिलती है. दरअसल, ऐसा पानी में मौजूद कुछ बेहद सुक्ष्म समुद्री खरपतवार की वजह से होता है. इन्हे माइक्रोस्कोपिक मरीन प्लान्ट कहते हैं. वैज्ञानिक इसे फाइटोप्लैंक्टॉन कहते हैं, लेकिन आमतौर पर इन्हें डाइनोफ्लैगिलेटस कहा जाता है. समुद्र में मौजूद ये महीन पौधे प्रोटीन के साथ मिलकर एक खास तरह की नीली रोशनी पैदा करते हैं, लहरें उठने पर ये रोशनी फैल जाती हैं और बीच नीला दिखने लगता है.
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![मट्टू बीच, कर्नाटक :- पिकनिक, सैर और सूर्यास्त के अद्भुत दृश्यों के लिए यह तट प्रसिद्ध है. यहां की दिलचस्प बात यह है कि रात के समय यहां का पानी चमकता है. समुद्री जीवविज्ञानी के मुताबिक, नोक्टिलुका स्किनटिलन्स (Noctiluca scintillans) नामक सूक्ष्मजीव के कारण ऐसा होता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/03/09/c11af7d5b76a38c8f61a5b852e3139f06b9c8.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
मट्टू बीच, कर्नाटक :- पिकनिक, सैर और सूर्यास्त के अद्भुत दृश्यों के लिए यह तट प्रसिद्ध है. यहां की दिलचस्प बात यह है कि रात के समय यहां का पानी चमकता है. समुद्री जीवविज्ञानी के मुताबिक, नोक्टिलुका स्किनटिलन्स (Noctiluca scintillans) नामक सूक्ष्मजीव के कारण ऐसा होता है.
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![दक्षिण गोवा में स्थित बेतलबातिम बीच पर पानी में मौजूद बायो ल्यूमिनेसिसेंस के कारण यह बीच अंधेरे में चमकता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/03/09/1a7992808fae3907522d3271227cc3a5ebac6.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
दक्षिण गोवा में स्थित बेतलबातिम बीच पर पानी में मौजूद बायो ल्यूमिनेसिसेंस के कारण यह बीच अंधेरे में चमकता है.
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![पुरुषवाडी वन, महाराष्ट्र :- महाराष्ट्र का यह आदिवासी गांव गर्मियों में बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है. लाखों जुगनू अपने प्रजनन काल के दौरान साथी को आकर्षित करने के लिए गोधूलि (Twilight) के समय बायोलुमिनसेंस (Bioluminescence) का उत्पादन करते हैं. मई और जून के महीनों के दौरान यहां ये जुगनू पेड़ पर बैठकर अपने साथी को आकर्षित करने के लिए टिमटिमाते रहते हैं. जिन्हे देखकर लगता है कि पेड़ और आसपास की चीजें रोशन हो रही हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/03/09/bc9085aade8838dd21cd483eaebdb5b9ccf64.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पुरुषवाडी वन, महाराष्ट्र :- महाराष्ट्र का यह आदिवासी गांव गर्मियों में बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है. लाखों जुगनू अपने प्रजनन काल के दौरान साथी को आकर्षित करने के लिए गोधूलि (Twilight) के समय बायोलुमिनसेंस (Bioluminescence) का उत्पादन करते हैं. मई और जून के महीनों के दौरान यहां ये जुगनू पेड़ पर बैठकर अपने साथी को आकर्षित करने के लिए टिमटिमाते रहते हैं. जिन्हे देखकर लगता है कि पेड़ और आसपास की चीजें रोशन हो रही हैं.
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![वेस्ट जयंतिया हिल्स, मेघालय :- 'इलेक्ट्रिक मशरूम' के बारे में सुनकर चीन और भारत के शोधकर्ता मेघालय के पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले में पहुंचे. वहां पहुंचने पर स्थानीय गाइड ने अपनी मशालें बंद करने के लिए कहा. शोधकर्ताओं ने देखा कि छोटे मशरूम अपने आप प्रकाश उत्सर्जित कर रहे हैं. परीक्षण में पता चला कि ये इलेक्ट्रिक मशरूम जीनस रोरिडोमाइसेस (Genus Roridomyces) की एक नई प्रजाति हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/03/09/31ce767cbe110e131fb555b9cb7a9b88c0563.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
वेस्ट जयंतिया हिल्स, मेघालय :- 'इलेक्ट्रिक मशरूम' के बारे में सुनकर चीन और भारत के शोधकर्ता मेघालय के पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले में पहुंचे. वहां पहुंचने पर स्थानीय गाइड ने अपनी मशालें बंद करने के लिए कहा. शोधकर्ताओं ने देखा कि छोटे मशरूम अपने आप प्रकाश उत्सर्जित कर रहे हैं. परीक्षण में पता चला कि ये इलेक्ट्रिक मशरूम जीनस रोरिडोमाइसेस (Genus Roridomyces) की एक नई प्रजाति हैं.
Published at : 09 Mar 2023 06:58 PM (IST)
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डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल
Opinion