Israel-Hamas Ceasefire: एक लड़की के लिए हमास और इजरायल में तनातनी, जानें कौन है वो जिसके लिए तन गए हथियार
Israel-Hamas Ceasefire: इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष विराम के बीच अर्बेल येहुद नाम की एक इजरायली बंधक की रिहाई का पेंच फंस गया है.

Israel-Hamas Ceasefire: इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम का पहला चरण शनिवार (25 जनवरी) तक तो शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ रहा था लेकिन फिलहाल इसमें एक बाधा आ गई है. एक लड़की के कारण स्थिति थोड़ी बदल गई. इस लड़की का नाम अर्बेल येहुद है.
अर्बेल येहुद एक इजरायली नागरिक है, जो उन बंधकों में से एक है, जिन्हें 7 अक्टूबर 2023 के दिन हमास ने इजरायल में घुसकर किडनैप किया था. गाज़ा में संघर्ष विराम समझौते के तहत हमास इन बंधकों को अलग-अलग खेप में रिहा कर रहा है, इनके बदले इजरायल भी कैदियों को रिहा कर रहा है. इस क्रम में शनिवार को हमास ने दूसरी खेप में चार महिला बंधकों को रिहा किया. इजरायल ने भी इसके बदले 200 कैदी रिहा किए लेकिन कुछ ही देर बाद इजरायल ने हमास पर संघर्ष विराम समझौते के उल्लंघन का आरोप लगा दिया.
इजरायल का कहना था कि शनिवार को रिहा होने वाले बंधकों में अर्बेल येहुद भी होनी चाहिए थी. इजरायल ने इसके जवाब में संघर्ष विराम समझौते के तहत गाज़ावासियों को अपने घरों में फिर से लौटने देने की प्रक्रिया रोक दी. उधर, हमास का कहना है कि अर्बेल येहुद जीवित है और अगली खेप में वह रिहा कर दी जाएगी. हमास ने इसके साथ ही उल्टा इजरायल पर संघर्ष विराम समझौते के उल्लंघन का आरोप लगा दिया. हमास का कहना है कि इजरायल कैदियों को छोड़ने में भी देरी कर रहा है और समझौते के तहत गाज़ा के लोगों को फिर से अपने घरों में लौटने भी नहीं दे रहा है.
कुल मिलाकर गाज़ा में इजरायल और हमास के बीच फिर से तनातनी नजर आ रही है जो इन दोनों के बीच युद्ध रोकने की कोशिशों को विफल कर सकती है. बता दें कि गाज़ा युद्ध में अब तक 47,000 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं.
कौन हैं अर्बेल येहुद?
अर्बेल येहुद सॉफ्टवेयर कंपनी 'ग्रूव टेक' में बतौर गाइड काम करती थी. इस कंपनी का एक सेंटर दक्षिण इजरायल में है, जहां अंतरिक्ष अनुसंधान और तकनीक से जुड़े क्षेत्रों पर काम होता है. अर्बेल इससे पहले एक कम्यूनिटी एजुकेशन सिस्टम में कार्यरत थीं. 2023 में हुए हमले के ठीक पहले वह दक्षिण अमेरिका से लौटी थीं. हमले के दिन वह फिलिस्तीन से सटे अपने गांव नीर ओज़ में ही थीं. हमास के लड़ाके उन्हें घर से ही उठाकर ले गए थे.
यह भी पढ़ें...
Source: IOCL























