भारत के पड़ोस में छिड़ी जंग, सीमा पर भीषण गोलीबारी, बारूदी सुरंग और मंदिर की वजह से संघर्ष
Thailand-Cambodia Border Clash: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच विवादित मंदिर क्षेत्र में गोलीबारी हुई, जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पहले हमला करने का आरोप लगाया.

थाईलैंड और कंबोडिया के बीच गुरुवार (24 जुलाई 2025) को सीमा विवाद की वजह से झड़प हुई है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस झड़प में थाई सेना के 2 सैनिक घायल हुए. इस दौरान लॉन्चर और अन्य भारी हथियारों का इस्तेमाल हुआ. थाई सेना ने आरोप लगाया कि कंबोडिया ने ड्रोन की मदद से हमला शुरू किया. ये विवाद ता मोआन थॉम मंदिर को लेकर शुरू हुआ है. ये एक विवादित क्षेत्र में स्थित है, जिसको लेकर दोनों पक्ष दावा करते हैं.
इस सैन्य टकराव से कुछ ही दिन पहले एक थाई सैनिक बारूदी सुरंग में घायल हुआ था और यह इस हफ्ते की दूसरी ऐसी घटना थी. थाईलैंड का आरोप है कि हाल ही में सीमा क्षेत्र में बारूदी सुरंगें बिछाई गई हैं, जबकि कंबोडिया ने इसे गलत करार दिया. इससे पहले थाईलैंड ने कंबोडिया से अपने राजदूत को वापस बुला लिया. बैंकॉक में कंबोडियाई राजनयिक को निष्कासित करने की घोषणा की. दोनों देशों के बीच पहले से चल रहा तनाव एक राजनयिक संकट में बदल गया.
कंबोडिया और थाईलैंड एक पुराना सीमा विवाद
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच 817 किमी लंबी भूमि सीमा है. हालांकि इसका अधिकतर हिस्सा निर्धारित है, कुछ हिस्सों को लेकर विवाद बना हुआ है. 2011 में भी इस क्षेत्र में हफ़्तों तक गोलाबारी हुई थी, जिसमें दर्जनों लोग मारे गए थे.कंबोडिया के पूर्व प्रधानमंत्री हुन सेन के अनुसार, थाई सेना ने इस बार दो कंबोडियाई प्रांतों पर भी गोलाबारी की.
सियासी तूफान बातचीत लीक और प्रधानमंत्री निलंबन
थाईलैंड के प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा की हुन सेन से सिक्रेट बातचीत की रिकॉर्डिंग लीक हो गई, जिसने थाईलैंड में राजनीतिक उथल-पुथल मचा दी. इस बातचीत के लीक होने के बाद अदालत ने प्रधानमंत्री को निलंबित कर दिया. कूटनीतिक विवाद ने अब सीमा पर सैन्य कार्रवाई का रूप ले लिया है.
स्थानीय लोगों को अलर्ट घरों में रहने और निकासी की तैयारी
थाईलैंड के सुरिन प्रांत के गवर्नर ने एक फेसबुक पोस्ट में मंदिर के नजदीक रहने वाले नागरिकों से अपने घरों में शरण लेने और निकासी के लिए तैयार रहने को कहा है. इस क्षेत्र में दशकों पुराने गृह युद्ध के दौरान बिछाई गई लाखों बारूदी सुरंगें पहले से ही खतरा बनी हुई थीं. अब नई सुरंगों के आरोप और भारी हथियारों की तैनाती ने स्थिति को और अधिक विस्फोटक बना दिया है.
Source: IOCL
























