पाकिस्तानी सेना में बगावत! डरे इमरान खान ने लिया ये फैसला
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने फौज में बगावत की सुगबुगाहट को देखते हुए पंजाब यूनिट को एलओसी पर तैनात करने के निर्देश दे दिए. इसके बाद एलओसी पर पंजाब रेजीमेंट की दो यूनिटों को तैनात भी कर दिया, लेकिन इसके साथ ही पंजाब रेजीमेंट में भी सुगबुगाहट शुरू हो गई है कि इमरान से ना देश संभल रहा है और ना ही फौज.

नई दिल्ली: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने फौज की दो यूनिट में फैली बगावत को देखते हुए, फौज की पंजाब रेजीमेंट को भी एलओसी पर तैनात करने का हुक्म जारी कर दिया है. लेकिन पाकिस्तान की नौकरशाही के कड़े रुख को देखते हुए खुद पाकिस्तानी फौज के जनरल बाजवा, पंजाब रेजीमेंट में विशेष दरबार लगा रहे है. हुक्मरानों को शक है कि कहीं पंजाब रेजीमेंट में भी बगावत ना फैल जाए.
पाकिस्तान फौज की यूनिटों सिंध, बलूच और मुजाहिदीन समेत नार्दन लाइट इन्फ्रेट्री डिवीजन में इस बात को लेकर नाराजगी फैल रही थी कि फौज के एक हिस्से पंजाब रेजीमेंट को एलओसी पर तैनात नहीं किया जा रहा है, क्योंकि एलओसी पर सबसे ज्यादा गोलीबारी होने के कारण फौजी निशाना बनते हैं. पंजाब यूनिट चूंकि पंजाब प्रांत से आती है और पाकिस्तान में सबसे ज्यादा नौकरशाह और बड़े पदों पर तैनात लोग पंजाब यूनिट से हैं, लिहाजा इस यूनिट को खतरे वाली जगह पर तैनात ही नहीं किया जा रहा था. जिसे लेकर फौज की अन्य यूनिटों में बगावत शुरू हो गई थी.
खुफिया सूचनाओं के मुताबिक पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने फौज में बगावत की सुगबुगाहट को देखते हुए पंजाब यूनिट को एलओसी पर तैनात करने के निर्देश दे दिए. इसके बाद एलओसी पर पंजाब रेजीमेंट की दो यूनिटों को तैनात भी कर दिया, लेकिन इसके साथ ही पंजाब रेजीमेंट में भी सुगबुगाहट शुरू हो गई है कि इमरान से ना देश संभल रहा है और ना ही फौज.
खुफिया सूत्रों के मुताबिक पंजाब रेजीमेंट के कंमाडरों ने रेजीमेंट में फैली इस सुगबुगाहट से अपने कमाडरों को अवगत कराया और रेजीमेंट के अफसरो ने पाकिस्तान के बडे़ नौकरशाहों और नेताओ से इसके गंभीर परिणाम सामने आने के संकेत दिए. लिहाजा आनन फानन में पाक फौज के जनरल बाजवा को पंजाब रेजीमेंट के भीतर विशेष दरबार लगाने के आदेश दिए गए. खुफिया सूचनाओं के मुताबिक जनरल बाजवा 21 अक्टूबर को 43 पंजाब और 57 पंजाब चबंल सेक्टर का दौरा किया और पंजाबी सैनिकों के लिए विशेष दरबार लगाया. 22 अक्टूबर को सियालकोट सेक्टर गए और 61 पंजाब और 32 पंजाब मे दरबार लगाया.
खुफिया सूत्रों के मुताबिक इस विशेष दरबार के दौरान जनरल बाजवा ने पंजाबी रेजीमेंट लोगों को आश्वासन दिया कि वे लोग किसी भी तरीके की चिंता ना करें क्योंकि एलओसी पर उन्हें ऐसी जगहों पर तैनात किया जायेगा जहां ज्यादा खतरा नहीं होगा. पंजाबी रेजीमेंट को कहा गया कि अन्य डिवीजनों की तरह पंजाब रेजीमेंट से एलओसी को लेकर कोई सूचना छुपाई नहीं जायेगी और किसी कंमाडर को यदि परेशानी होती है तो वो सीधा जनरल बाजवा के आफिस मे संपर्क कर सकता है. पाक हुक्मरानों को यह भी पता है कि पंजाब रेजीमेंट को ज्यादा दवाब में नहीं लिया जा सकता. लिहाजा पाकिस्तानी फौज और प्रशासन की कोशिश है कि पंजाब रेजीमेंट में बगावत के सुर ना फुटे क्योंकि इस का प्रभाव जहां सीमा पर तो पडे़गा ही लेकिन इसका सीधा खामियाजा नौकरशाहों औऱ नेताओं को भी उठाना पड़ सकता है.
Source: IOCL





















