Pakistan PM Blame US: अमेरिका पर भड़के पाक PM, कहा-' अफगानी आतंकवादी US में बने हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं'
Pakistan: हाल ही में अफगानी आतंकवादी TTP और तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (TJP) ने 17 पाकिस्तानी सैनिकों की हत्या की और मियांवाली एयरफोर्स के एक ट्रेनिंग कैंप पर हमला किया.
Pakistan PM Blame US For Weapon: पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकड़ ने बुधवार (8 नवंबर) को कहा कि अफगानिस्तानी आतंकवादी अमेरिका में बने हथियारों का इस्तेमाल उनके देश के खिलाफ कर रहे हैं. हालांकि, एक दिन पहले अमेरिका ने कहा था कि उसने अफगानिस्तान से अपने फोर्स को निकालने के दौरान कोई भी हथियार वहां नहीं छोड़ा था, जिसके बाद काकड़ ने यह टिप्पणी की है.
कार्यवाहक प्रधानमंत्री काकड़ ने कहा कि अमेरिका में बने हथियार न सिर्फ पाकिस्तान में अवैध रूप से बेचे जा रहे हैं बल्कि यह पूरे क्षेत्र के साथ-साथ खाड़ी में भी बेचे जाते हैं. जियो न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक काकड़ ने जोर देकर कहा कि इस्लामाबाद अपने इस रुख पर दृढ़ता से कायम है कि पाकिस्तान में आतंकवादी अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं.
हाल में हुए आतंकी हमले
हाल ही में अफगानी आतंकवादी संगठन TTP और तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (TJP) ने 17 पाकिस्तानी सैनिकों की हत्या करने और पाकिस्तान एयरफोर्स के एक ट्रेनिंग कैंप पर हमला किया. इसके कुछ दिनों बाद मंगलवार को अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने टिप्पणी की थी जिसकी प्रतिक्रिया में काकड़ ने उक्त बयान दिया.
पटेल ने कहा कि हम नवंबर की शुरुआत में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और अड्डों पर कई हमलों की रिपोर्ट से अवगत हैं और हम पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं, लेकिन मैं इस बारे में बहुत स्पष्ट होना चाहता हूं कि अफगानिस्तान से वापसी के दौरान अमेरिकी फोर्स ने कोई हथियार या मशीन नहीं छोड़ा था.
पाकिस्तान के पास हथियारों के सबूत
पाकिस्तानी कार्यवाहक पीएम काकड़ ने कहा कि अमेरिका की पाकिस्तान में अपने हथियारों के इस्तेमाल को स्वीकार करना या अस्वीकार करना अप्रासंगिक है, क्योंकि ऐसे सबूत हैं जो पुष्टि करते हैं कि ये हथियार काला बाजार में पहुंचे रहे हैं और इसका इस्तेमाल भी किया जा रहा है.' जियो न्यूज ने काकड़ के हवाले से कहा कि पाकिस्तान का रुख तथ्यों पर आधारित है, न कि साजिश के सिद्धांतों पर.
खबर के मुताबिक प्रधानमंत्री ने महज दो दिनों में डेढ़ लाख सैनिकों वाली अफगानिस्तान की सेना के गायब होने पर भी बात कही और सवाल किया कि उनके हथियारों का क्या हुआ. आपको बता दें कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने पिछले साल नवंबर में सरकार के साथ किए गए संघर्ष विराम को खत्म कर दिया है. इसके बाद पाकिस्तान में हाल के महीनों में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है, खासकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में.
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