NIA ने अमेरिका में रह रहे खालिस्तान समर्थक गुरवंत सिंह पन्नू समेत 16 के खिलाफ दाखिल किया आरोप पत्र
NIA ने आपराधिक साजिश की धारा समेत अन्य धाराओं के तहत सिख फॉर जस्टिस के 16 विदेशी अलगाववादियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है.

नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने खालिस्तान बनाने को लेकर आपराधिक साजिश करने और देशद्रोह करने जैसी धाराओं के तहत सिख फॉर जस्टिस के 16 विदेशी अलगाववादियों के खिलाफ आरोप पत्र कोर्ट के सामने पेश किया है. इनमें सिख फॉर जस्टिस के गुरवंत सिंह पन्नू और अवतार सिंह पन्नू भी शामिल हैं.
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर रची गई थी साजिश
एनआईए के एक आला अधिकारी के मुताबिक खालिस्तान बनाने की मांग को लेकर रेफरेंडम 2020 के तहत एक साजिश रची गई. यह साजिश कई विदेशी देशों में बैठे कथित खालिस्तानी समर्थकों द्वारा रची गई थी और इसके ऑफिस भी विभिन्न देशों में बताए जाते हैं. आरोप है कि यह साजिश पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर रची गई थी और इस साजिश को रचने में आई एस आई का पैसा भी लगा था. इस साजिश के तहत अमेरिका लंदन कनाडा अन्य जगहों पर रहने वाले आई एस आई के इन कथित समर्थकों ने व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया वेबसाइटों के जरिए भारत के खिलाफ दुष्प्रचार किया और भारतीय युवाओं को भड़काने की कोशिश की. इस कोशिश के तहत इन लोगों का मकसद भारतीय युवाओं को भड़का कर उन्हें देशद्रोही बनाना था और आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देना था.
मामले में जांच जारी है
एनआईए के आला अधिकारी के मुताबिक इस मामले में शामिल संगठन सिख फॉर जस्टिस को इसके पहले भारतीय गृह मंत्रालय यूएपीए नियम के तहत देशद्रोही करार दे चुका है. साथ ही इस के कर्ताधर्ताओं की पंजाब में मौजूद चल अचल संपत्तियों को जप्त करने की सिफारिश भी की गई थी. एनआईए के आला अधिकारी के मुताबिक आज जिन 16 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है उनमें न्यूयॉर्क यूएसए में रहने वाले गुरवंत सिंह पन्नू, अवतार सिंह पन्नू, हरप्रीत सिंह उर्फ राणा सिंह, अमरदीप सिंह खालसा लंदन में रहने वाले परमजीत सिंह उर्फ पम्मा, सरबजीत सिंह बन्नूर कुलवंत सिंह मुथाड़ा, इंदरजीत सिंह कनाडा में रहने वाले जतिंदर सिंह ग्रेवाल हरदीप सिंह निज्जर अन्य के नाम शामिल हैं.
इस मामले में यह भी आरोप है कि सिख फॉर जस्टिस नाम का यह संगठन कश्मीर के युवाओं को भड़का कर कश्मीर को अलग करने की साजिश में भी शामिल है. साथ ही यह संगठन युवाओं को कट्टरपंथी बनाने की भी कोशिश कर रहा है. इस मामले में जांच अभी भी जारी है.
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