देश में कितनी है लोको पायलट की संख्या, ट्रेनों के हिसाब से कितने कम हैं ड्राइवर?
भारतीय रेलवे में लोको पायलटों की भारी कमी सामने आई है. जहां स्वीकृत पद 1.47 लाख हैं, वहीं काम कर रहे लोको पायलटों की संख्या करीब 1.15 लाख है.

भारत में लोको पायलट्स के लिए समय-समय पर रेलवे बोर्ड की तरफ से खाली पदों को भरने के लिए भर्तियां निकलती रहती हैं. लोको पायलट वह होता है, जो ट्रेन के इंजन यानी लोकोमोटिव को चलाता है, यानी ट्रेन का ड्राइवर होता है. क्या आपको पता है कि भारत में कितने लोको पायलट हैं? भारतीय रेलवे देश के सबसे महत्वपूर्ण यात्रा माध्यमों में से एक है. रोजाना हजारों ट्रेनें लाखों यात्रियों और माल को उनके डेस्टिनेशन यानी गंतव्य तक पहुंचाती हैं.
इस विशाल और महत्वपूर्ण सिस्टम को चलाने के लिए लोको पायलट्स की जरूरत होती है, क्योंकि अगर ट्रेन के पहिए रुक गए, तो देश की अर्थव्यवस्था पर भी नकारात्मक असर पड़ता है. सवाल यह है कि भारत में जितनी ट्रेनें चल रही हैं, क्या हमारे पास उतने लोको पायलट हैं, और अगर हैं, तो उनकी संख्या कितनी है?
भारतीय रेलवे में लोको पायलटों की संख्या
भारतीय रेलवे कुल 19 ज़ोन में बंटी हुई है. वर्तमान में भारतीय रेलवे में लोको पायलटों के लिए कुल स्वीकृत पदों की संख्या करीब 1.47 लाख है. यानी सिस्टम के हिसाब से इतने ड्राइवर होने चाहिए. लेकिन हकीकत यह है कि फिलहाल सिर्फ लगभग 1.15 लाख लोको पायलट और असिस्टेंट लोको पायलट ही रेलवे में अपनी ड्यूटी कर रहे हैं. इसका मतलब यह है कि रेलवे में करीब 30,000 लोको पायलटों की कमी है, जो भारतीय रेलवे के लिए एक गंभीर चुनौती है.
खाली पदों को भरने के लिए भर्ती प्रक्रिया
लोको पायलटों के खाली पदों को भरने के लिए भारतीय रेलवे बोर्ड ने जनवरी 2024 में असिस्टेंट लोको पायलट के 5,696 पदों के लिए भर्ती नोटिफिकेशन जारी किया था. इसके बाद जून 2024 में पदों की संख्या को तीन गुना से भी ज्यादा बढ़ाकर 18,799 कर दिया गया. इस भर्ती के लिए परीक्षा तय समय पर 2024 में कराई गई.
परीक्षा और चयन प्रक्रिया का टाइमलाइन
इस भर्ती का पहला चरण यानी CBT-1 परीक्षा 25 से 29 नवंबर 2024 के बीच आयोजित हुई. इस परीक्षा में करीब 22 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया. साल 2025 में भर्ती प्रक्रिया आगे बढ़ी. CBT-1 के नतीजे साल की शुरुआत में घोषित किए गए. इसके बाद अगस्त से अक्टूबर 2025 के बीच CBT-2 और कंप्यूटर आधारित एप्टीट्यूड टेस्ट पूरा कराया गया. आखिरकार 3 नवंबर 2025 को भर्ती का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया गया है.
लोको पायलट बनने के लिए योग्यता
10वीं + ITI
अगर आपने 10वीं के बाद ITI किया है, तो आप असिस्टेंट लोको पायलट बन सकते हैं, लेकिन ITI रेलवे द्वारा मान्य इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स ट्रेड में होना चाहिए.
10वीं + डिप्लोमा
अगर आपने 10वीं के बाद 3 साल का इंजीनियरिंग डिप्लोमा किया है, तो ITI की जरूरत नहीं होती. मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल ब्रांच मान्य हैं.
B.E. / B.Tech
इंजीनियरिंग डिग्री वाले उम्मीदवार भी लोको पायलट बन सकते हैं. वे असिस्टेंट लोको पायलट के साथ-साथ टेक्नीशियन पद के लिए भी योग्य माने जाते हैं.
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Source: IOCL






















