इंडोनेशिया: सुनामी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 429 हुई, जानिए इस भयंकर आपदा से जुड़ी 10 बड़ी बातें
इंडोनेशिया में क्राकाटोआ ज्वालामुखी ने पिछले 135 सालों में दूसरी बार इतनी भयानक तबाही मचाई है. इससे पहले सन् 1883 में इस ज्वालामुखी की वजह से भारी जान-माल का नुकसान हुआ था.

सुमुर: इंडोनेशिया में शनिवार को आई सुनामी से मरने वालों की संख्या रोज बढ़ती जा रही है. कल 373 लोगों के मरने की खबर आई थी जो कि आज बढ़कर 429 हो गई है और 1,400 से अधिक लोग घायल भी हैं. देश की राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता स्तुपो पूर्वो नुग्रोहो ने बताया कि मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 429 हो गई और कम से कम 128 लोग लापता हैं. शवों की खोज में लगे सैनिकों, सरकारी कर्मियों और स्वयंसेवियों को तटों पर फैले मलबे में शव मिले और रोते-बिलखते परिजनों ने शवों की पहचान की.
इस भयंकर सुनामी ने इंडोनेशिया में कई-हंसते खेलते परिवार तबाह कर दिए. जानें इस सुनामी से जुड़ी 10 जरूरी बातें:
- अनाक क्राकाटोआ ज्वालामुखी के फटने के बाद शनिवार को स्थानीय समयानुसार रात साढ़े नौ बजे दक्षिणी सुमात्रा और पश्चिमी जावा के पास समुद्र की ऊंची लहरें तटों को पार कर आगे बढ़ीं, जिससे सैकड़ों मकान नष्ट हो गए.
- वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस द्वीप का निर्माण क्रैकटो ज्वालामुखी के लावा से हुआ है. इस ज्वालामुखी में आखिरी बार अक्टूबर में विस्फोट हुआ था.
- इंडोनेशिया में क्राकाटोआ ज्वालामुखी ने पिछले 135 सालों में दूसरी बार इतनी भयानक तबाही मचाई है. इससे पहले सन् 1883 में इस ज्वालामुखी की वजह से भारी जान-माल का नुकसान हुआ था. तब यहां 41 मीटर उंची सुनामी आई थी और तकरीबन 30,000 लोगों की मौत हुई थी.
- क्राकाटोआ ज्वालामुखी की वजह से 1883 में इतना भयानक विस्फोट हुआ था कि इसकी ताकत दूसरे विश्व युद्ध के समय जापान के हिरोशिमा शहर पर गिराए गए परमाणु बम से 13,000 गुना अधिक थी.
- जिस तरह वैज्ञानिक भूकंप के बारे में भविष्यवाणी नहीं कर सकते, वैसे ही सुनामी के बारे में भी नहीं बताया जा सकता. इंडोनेशिया में इस साल दूसरी बार सुनामी आई है.
- आमतौर पर सुनामी से पहले भूकंप आते हैं लेकिन इस बार भूकंप आया ही नहीं, जिस वजह से प्रशासन को सुनामी के खतरे का जरा भी अंदाजा नहीं लग सका.
- इस सुनामी की वजह से इंडोनेशिया में सबसे ज्यादा मौतें पंडेग्लांग, दक्षिणी लांपुंग और सेरांग इलाकों में हुई हैं.
- पश्चिमी जावा का लोकप्रिय बीच रिसॉर्ट तानजुंग लेसुंग भी सुनामी की चपेट में आया है. शनिवार को एक रॉक बैंड यहां परफॉर्म कर रहा था, जिसका आयोजन एक फर्म ने कराया था. इसे सुनने के लिए तकरीबन 200 लोग जुटे थे.
- इस आयोजन में बैंड के 17 लोगों के अलावा फर्म के 29 कर्मचारी और उनके रिश्तेदार थे. जब सुनामी आई तो समुद्र की लहरें सबको बहा ले गईं.
- अधिकारियों का कहना है कि ज्वालामुखी के फटने की वजह से समुद्र के अंदर लैंडस्लाइड हुआ और लहरों में असामान्य परिवर्तन आया, जिसने सुनामी का रूप ले लिया. फिलहाल इंडोनेशिया की जियोलॉजिकल एजेंसी सुनामी के कारणों का पता लगाने में जुटी है.
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