कुशीनगर: यूपी के कुशीनगर में चोरी से नेपाल भागने की फिराक में गन्ने के खेतों से छिपकर भाग रहे 12 जमातियों को रामकोला और कप्तनागंज थाने की पुलिस ने हिरासत में लिया है. हिरासत में लिए गये जमातियों को रामकोला के पास बने क्वॉरंटाइन सेंटर में रखा गया है. सेन्टर में सभी जमातियों की स्क्रीनिंग भी की गई.
जिसमें उनकी रिपोर्ट नॉर्मल आई है. इसके बाद भी प्रशासन ने उन्हें 14 दिनों तक क्वॉरंटाइन सेंटर में रखने का निर्देश जारी किया है. सभी जमाती पड़ोसी देश नेपाल के सिरहा जिले के रहने वाले हैं. जो फरवरी में कुशीनगर आये थे और तभी से विभिन्न मस्जिदों में नमाज पढ़ाते थे. लॉकडाउन होने के बाद भी ये मस्जिदों में छिपे थे और मौका देखकर नेपाल भागने की फिराक में लग गए थे.
नेपाल से बिहार होते हुए यूपी पहुंचे
रामकोला थाना क्षेत्र के चंदरपुर गांव के पास शुक्रवार को 14 नेपाली मौलवी को ग्रामीणों ने खेत के रास्ते जाते वक्त देखकर शोर मचाया और इसकी सूचना रामकोला पुलिस को दी. सुचना मिलने के बाद पुलिस ने इन सभी को पकड़ कर बनाए गए क्वॉरंटाइन सेंटर पर भेजा. जहां पुलिस पुछताछ में उन सभी ने बताया की 23 फरवरी को वह नेपाल से बिहार होते हुए यूपी में आये थे. उन्होंने आधा दर्जन से ऊपर मस्जिदों में रहकर जमात करने की बात स्वीकार की.
उन्होंने कहा कि हम लोग 41 की संख्या में थे जो जनपद के खड्डा कसबे से अलग-अलग हो गए और उन लोगों की जानकारी उन्हे नहीं है. इसकी जानकारी होने पर कप्तानगंज के उप जिलाधिकारी अरविंद कुमार चिकित्सकीय टीम के साथ पहुंचे और सभी की थर्मल जांच कराई.
कुल 41 लोग हुए थे शामिल
नेपाल के सिरहा के रहने वाले मोहम्मद जखीर अंसारी, मोहम्मद अलाउद्दीन, मोहम्मद अहमद हुसैन, मोहम्मद रहमतुल्लाह खां, नेयमुलाह खां, जासीम,इब्राहिम, अख्तर, इदरीश, इसराफिल, हजमा,फ्रमुद , नाजिर तथा मोहम्मद आरिफ अंसारी के सहित 41 जमाती 15,16, 17 फरवरी को नेपाल में इस्तेमा जमात में एक लाख लोगों के साथ शामिल हुए थे.
उसके बाद 19 फरवरी को वहां से निकले और 23 फरवरी को नेपाल बॉर्डर पार कर बिहार के रक्सौल होते हुए उत्तर प्रदेश में प्रवेश किया. पकड़े गए सभी जमातियों को पुलिस निगरानी में रखा गया है.