शामली: शराब के विवाद में चचेरा भाई की हत्या, 25 दिन तक गोबर में छुपाकर रखी लाश
वारदात 11 दिसंबर 2018 को उस वक़्त की है जब पुष्पराज और विनोद अपने 2 साथी प्रदीप और श्रवण उर्फ छोटू के साथ बैठकर शराब पी रहे थे. शराब के नशे में पैग बनाने को लेकर पुष्पराज और विनोद में कहासुनी हो गई. बात इतनी बढ़ी कि दोनों मारपीट पर आमादा हो गए.

शामली: रिश्तों पर गुस्से का जुनून ऐसा सवार हुआ कि शराब के विवाद में चचेरे भाई ने भाई को डंडों से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया. हत्या के बाद आरोपी ने शव को गोबर के ढेर में दबा दिया और पुलिस को मृतक के लापता होने की सूचना दे दी. 25 दिन तक पुलिस हवा में तीर चलाती रही, लेकिन जब कत्ल का राज खुला तो गोबर के ढेर से मृतक का शव बरामद कर लिया गया है.
शामली के गांव मुंडेट खादर में किसान जीतसिंह ने अपने खेतों में काम करने के लिए मध्यप्रदेश के नौकर रखे है. इनमें शहजोल निवासी पुष्पराज और विनोद चचेरे भाई है. वारदात 11 दिसंबर 2018 को उस वक़्त की है जब पुष्पराज और विनोद अपने 2 साथी प्रदीप और श्रवण उर्फ छोटू के साथ बैठकर शराब पी रहे थे. शराब के नशे में पैग बनाने को लेकर पुष्पराज और विनोद में कहासुनी हो गई. बात इतनी बढ़ी कि दोनों मारपीट पर आमादा हो गए.
पुलिस के मुताबिक झगड़े में पहला थप्पड़ पुष्पराज ने मारा. नशे में चूर विनोद से यह बर्दाश्त न हुआ और उसने पास पड़े डंडे को उठाकर पुष्पराज के ऊपर ताबड़तोड़ वार करने शुरू कर दिए. साथ बैठे श्रवण और प्रदीप कुछ समझ पाते उससे पहले ही विनोद पुष्पराज पर दर्जन भर प्रहार कर चुका था. विनोद के हमले से घायल पुष्पराज गिर पड़ा और उसने दम तोड़ दिया. श्रवण ने जब उसे उठाने की कोशिश की तो उसका सिर एक ओर लुढ़क गया.
पुष्पराज की हत्या करने के बाद विनोद का नशा काफूर हो चला था. उसने प्रदीप और श्रवण को धमकी दी कि अगर मुंह खोला तो दोनों जान से जाओगे. अब बारी थी कि शव का क्या किया जाए. तीनों ने कुछ न सूझता देख पुष्पराज की लाश को पास के घेर में पड़े गोबर के ढेर में गहरा गड्डा करके दबा दिया. अगले दिन जब किसान जीतसिंह ने पुष्पराज के बारे में पूछा तो विनोद ने उसके लापता होने की बात कही. जीतसिंह विनोद को लेकर थानाभवन पहुंचे और पुष्पराज के लापता होने की गुमशुदगी दर्ज कराई.
गुमशुदगी दर्ज होने के बाद पुलिस ने पुष्पराज को तलाशना शुरू किया. मामला दूसरे राज्य से जुड़ा होने के चलते पुलिस बहुत गंभीर थी. लंबी तलाश के बाद भी जब पुष्पराज का सुराग नहीं मिला तो पुलिस ने अपनी जांच की सुई विनोद और उसके साथियों की ओर मोड़ दी. विनोद से जब थाने में लाकर सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने सारी कहानी उगल दी. विनोद की निशानदेही पर घेर में मौजूद गोबर के ढेर से पुष्पराज की लाश बरामद कर ली गई. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और विनोद को गिरफ्तार कर लिया.
एसपी शामली अजय कुमार ने बताया कि विनोद ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. पुलिस ने आला-ए-कत्ल की बरामदगी भी की है और इस हत्या के समय मौजूद विनोद के साथियों की भूमिका की जांच चल रही है. जांच पूरी होते ही अन्य के खिलाफ भी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी. किसान जीतसिंह इस केस के वादी है.
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