'भीम' एप पर बोलीं मायावती, 'दलितों के वोट हथियाने का राजनीतिक हथकंडा'

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री औऱ बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने नरेंद्र मोदी सरकार पर सस्ती लोकप्रियता के लिए सस्ती मानसिकता से काम करने का आरोप लगाया है.

'मुंह में राम, बगल में छुरी'
मायावती ने कहा कि 'भारत इंटरफेस फॉर मनी' मोबाइल एप को 'भीम' का उपनाम देकर इसे डॉ़ भीमराव अम्बेडकर के नाम से जोड़ना 'मुंह में राम, बगल में छुरी' की कहावत को चरितार्थ करने की तरह है.
दलित और गरीब-विरोधी होने का सालों पुराना धब्बा
मायावती ने कहा कि डॉ़ अम्बेडकर के नाम का अनुचित और कुतर्कपूर्ण इस्तेमाल का प्रयास राजनीतिक व चुनावी स्वार्थ के लिए है, लेकिन इससे भारतीय जनता पार्टी के दामन पर लगा दलित और गरीब-विरोधी होने का सालों पुराना धब्बा मिटने वाला नहीं है.
दलितों के वोट हथियाने का राजनीतिक हथकंडा
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मोबाइल एप के अंग्रेजी नाम के संक्षिप्त हिंदी नाम को 'भीम' कहकर उसे बाबा साहब डॉ़ अम्बेडकर के नाम से जोड़कर दलितों के वोट हथियाने का राजनीतिक हथकंडा अपनाने का प्रयास किया गया है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके बावजूद देश के दलित वर्ग के लोग अब इस प्रकार के बहकावे में कतई नहीं आने वाले हैं.
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