कारगिल: मेडिकल स्टाफ ने कोरोना पॉजिटिव कर्मचारियों के इलाज में भेदभाव का आरोप लगाते हुए किया प्रदर्शन
कर्मचारियों का आरोप है कि कोरोना संक्रमित एक डॉक्टर को तीन स्टार होटल में क्वारंटीन के लिए रखा गया जबकि 9 नर्सों को सरकारी सेंटर में इलाज के लिए भेजा गया.
लद्दाख: कारगिल में मेडिकल स्टाफ ने कोरोना पॉजिटिव कर्मचारियों के इलाज में भेदभाव किए जाने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन कारगिल के कुर्ब्थंग में बने COVID-19 अस्पताल में हुआ, जहां पर अभी तक 9 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
कर्मचारियों का आरोप है कि कोरोना संक्रमित लोगों के उपचार के दौरान 9 नर्स और एक डॉक्टर कोरोना से संक्रमित हो गए. डॉक्टर की रिपोर्ट गुरुवार को पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल में भर्ती करने के बदले उन्हें एक तीन स्टार होटल में क्वारंटीन के लिए रखा गया, जबकि बाकी नर्स को सरकारी सेंटर में इलाज के लिए भेजा गया.
इसी बात से गुस्साए कर्मचारियों ने जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शन करने वालों में नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ शामिल है. प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप है कि डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ एक ही तरह से कोरोना के साथ जंग में जुटे हैं, तो बिमारी के समय नर्सों के साथ दोहरा व्यवहार क्यों किया जा रहा है.
वहीं, जिला प्रशासन ने प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ बातचीत करके उनकी मांग को लेकर जल्द फैसले का भरोसा दिलाया है. हालांकि विरोध कर रहे कर्मचारियों की मांग है कि डॉक्टर और नर्स के बीच इस भेदभाव के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो.
बता दें लद्दाख में कोरोना एक बार फिर से बड़ी तेज़ी से फैल रहा है और कोविड-19 संक्रिमित लोगों की संख्या 97 हो चुकी है. कारगिल में 51 और लेह में 46 लोग अभी तक इस संक्रमण का शिकार हुए हैं, जबकि एक मरीज़ की मृत्यु हो चुकी है. ऐसे में मेडिकल स्टाफ के विरोध से कोरोना के खिलाफ जंग पर असर पड़ सकता है.
मुंबई: अस्पतालों में नहीं मिला बेड तो घर में ही बना लिया ऑक्सीजन सुविधा से लैस मेडिकल रूम
ट्रेडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
and tablets