गुजरात में 48 IAS और 32 IPS यूपी और बिहार से हैं, हम सब एक हैं: हार्दिक पटेल
इस घटना पर गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने कहा कि वे गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमले की निंदा करते हैं.

नई दिल्ली: गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमलों को लेकर मामला बेहद गर्म हो चला है. इसके बाद से वे लगातार गुजरात से अपने घर लौट रहे हैं. 28 नवंबर को गुजरात के साबरकांठा में 14 महीने की बच्ची से रेप के आरोप में बिहार के एक मजदूर को गिरफ्तार किया गया था. इसी गिरफ्तारी के बाद स्थानीय संगठनों ने बिहार, यूपी और मध्य प्रदेश के लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. कई जगहों पर धमकियां दी गई और हमले किये गए. डर से हजारों लोग गुजरात छोड़ चुके हैं.
इस घटना पर गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने कहा कि वे गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमले की निंदा करते हैं. हार्दिक पटेल ने ट्वीट किया, ''गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमले की में निंदा करता हूँ।अपराधी को कठोर सजा मिले,इसके लिए पूरा देश उस पीड़ित परिवार के साथ खड़ा हैं।लेकिन एक अपराधी के कारण हम पूरे प्रदेश को ग़लत नहीं ठहरा सकते,आज गुजरात में 48 IAS एवं 32 IPS उ॰प्र और बिहार से हैं।हम सब एक हैं।जय हिंद.''
गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमले की में निंदा करता हूँ।अपराधी को कठोर सजा मिले,इसके लिए पूरा देश उस पीड़ित परिवार के साथ खड़ा हैं।लेकिन एक अपराधी के कारण हम पूरे प्रदेश को ग़लत नहीं ठहरा सकते,आज गुजरात में 48 IAS एवं 32 IPS उ॰प्र और बिहार से हैं।हम सब एक हैं।जय हिंद
— Hardik Patel (@HardikPatel_) October 8, 2018
अपने एक दूसरे ट्वीट में हार्दिक पटेल ने कहा, ''गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमले में देश के प्रधानमंत्री कब बोलेंगे,नरेन्द्रभाई मोदी ने कहा था की बिहार और उत्तरप्रदेश से तो मेरा पुराना रिश्ता है. गुजरात की सभी श्रम फैक्ट्री में उत्तर भारतीय लोग काम करते हैं. आज सभी फैक्ट्री बंद हैं. उत्तर भारत का महत्व कितना है आज समझ आया.''
गुजरात में भारत के दूसरे राज्यों के कामगारों के ख़िलाफ़ नफ़रत जैसी कोई बात नहीं रही हैं।यह पहली बार ऐसा हुआ हैं।गुजरात के लिए हिन्दी कोई ग़ैरों की भाषा नहीं हैं।यहां घर-घर में हिन्दी न्यूज चैनल देखा जाता हैं।लोग शौक से हिन्दी बोलते हैं।भारत के सभी प्रदेश के लोग हमारे परिवार हैं।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) October 8, 2018
इसके अलावा अपने एक और ट्वीट में हार्दिक पटेल ने कहा, ''गुजरात में भारत के दूसरे राज्यों के कामगारों के ख़िलाफ़ नफ़रत जैसी कोई बात नहीं रही हैं।यह पहली बार ऐसा हुआ हैं।गुजरात के लिए हिन्दी कोई ग़ैरों की भाषा नहीं हैं।यहां घर-घर में हिन्दी न्यूज चैनल देखा जाता हैं।लोग शौक से हिन्दी बोलते हैं।भारत के सभी प्रदेश के लोग हमारे परिवार हैं.''
Source: IOCL























