जामिया यूनिवर्सिटी के दो छात्रों ने जीता Facebook का चैलेंज, इनाम में मिले इतने रुपये
मोहम्मद अहमद और मोहम्मद अजान की टीम ने 'ट्रांसफर लर्निंग मॉडल' के लिए US $2,000 बतौर इनाम जीते. उन्होंने अपने इस मॉडल को रिऐक्ट एंड फ्लास्क (React & Flask) का इस्तेमाल करते हुए Heroku पर होस्ट किया था.

नई दिल्ली. जामिया मिलिया इस्लामिया (JMI) के दो छात्रों, मोहम्मद अहमद और मोहम्मद अजान की टीम ने फेसबुक द्वारा होस्ट किया गया रीजनल डेवलपर सर्कल कम्युनिटी चैलेंज जीता है. मोहम्मद अहमद जामिया में बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के चौथे साल के छात्र हैं, जबकि मोहम्मद अजान बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजिनियरिंग के चौथे साल में पढ़ रहे हैं. इस चैलेंज के तहत डेवलपर्स और क्रिएटर्स को आमंत्रित किया गया था ताकि वो तकनीकी शिक्षा को एक नए रूप में पेश कर सकें. इसके तहत उन्होंने फेसबुक की क्षमताओं का प्रदर्शन करने वाले ट्यूटोरियल बनाकर पेश किए. इस चैलेंज में दुनियाभर के करीब 2422 प्रतिभागियों या टीमों ने हिस्सा लिया।
मोहम्मद अहमद और मोहम्मद अजान की टीम ने 'ट्रांसफर लर्निंग मॉडल' के लिए 2,000 डॉलर यानी करीब डेढ़ लाख रुपये बतौर इनाम जीते. उन्होंने अपने इस मॉडल को रिऐक्ट एंड फ्लास्क (React & Flask) का इस्तेमाल करते हुए Heroku पर होस्ट किया था. 'रिऐक्ट एंड फ्लास्क' खुद का टेक्स्ट क्लासिफायर बनाने का एक तरीका है जिसका उपयोग यह जांचने के लिए किया जा सकता है कि एक वाक्य में जो भाव है वह सकारात्मक है या नकारात्मक. इस डीप लर्निंग मॉडल को लागू करना RoBERTa पर आधारित है.
दुनियाभर के 20 प्रतिभागियों समेत अब जामिया मिल्लिया इस्लामिया की टीम को 30 नवंबर तक अपने प्रॉजेक्ट्स को और सुधारने के लिए आमंत्रित किया जाएगा ताकि वो दिसंबर मध्य में घोषित किए जाने वाले ग्लोबल पुरस्कारों में जगह बना सकें.
यहां मिलता है छात्रों को मौका फेसबुक डेवलर सर्कल्स इनोवेटर्स यानी प्रवर्तकों की एक ऐसी कम्युनिटी है, जहां महत्वाकांक्षी और अनुभवी डेवलपर्स को नई स्किल्स सीखने, अपने करियर को उड़ान देने के लिए फ्री टूल्स मुहैया करवाए जाते हैं. वो प्रतिभागियों को उनके द्वारा बनाए गए कोड पर ट्यूटोरियल बनाकर सॉफ़्टवेयर सॉल्यूशन्स के अलावा एक कदम और आगे ले जाते हैं.
सफलता के लिए मिली बधाई जामिया मिल्लिया इस्लामिया की प्रोफेसर और वाइस चांसलर नजमा अख्तर ने दोनों छात्रों को इस सफलता के लिए बधाई दी और उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं. प्रोफेसर अख्तर ने कहा कि यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए जाने वाले वैज्ञानिक शोध को जिस तरह दुनिया भर से तवज्जो मिल रही है, उसे देखते हुए अब यूनिवर्सिटी की तरफ से अब इस पर और भी ध्यान दिया जाएगा.
ये भी पढ़ें:
बड़ी ख़बर: तय कार्यक्रम के अनुसार ही होंगी दसवीं और बारहवीं की परीक्षा, जल्द ही होगा तारीख़ों का एलान- CBSE
Chanakya Niti: व्यक्ति का जब बुरा समय हो तो चाणक्य की इन 3 बातों को कभी न भूलें, जानिए आज की चाणक्य नीति
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























