Lockdown: कोटा से जम्मू-कश्मीर पहुंचे 386 छात्र- छात्राएं, सभी को किया जाएगा क्वॉरन्टीन
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बड़ी पहल करते हुए लॉकडाउन की वजह से कोटा में फंसे राज्य के छात्रों को वहां से निकाल लिया है. क्वॉरन्टीन किए जाने के बाद अपने अपने घर भेज दिया जायेगा.

जम्मू: कोरोना वायरस के चलते कोटा में फंसे केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख के 386 छात्र-छात्राए प्रदेश सरकार के हस्तक्षेप के बाद सोमवार तड़के जम्मू पहुंचे. इन सभी छात्र-छात्राओं को ज़रूरी क्वॉरन्टीन के बाद अपने अपने घर भेजा जायेगा.
जम्मू कश्मीर सरकार में यात्री और ज़रूरी सेवाओं की आवाजाही के इंचार्ज अजित कुमार साहू ने बताया कि लॉकडाउन के चलते राजस्थान के कोटा में फंसे कुछ छात्रों की तरफ से यह आवेदन आया था कि उन्हें अपने घर वापस भेजा जाये. इसके बाद जम्मू कश्मीर प्रशासन ने कोटा प्रशासन से बात कर जम्मू कश्मीर और लद्दाख के ऐसे छात्रों की लिस्ट मंगवाई गयी, जो लॉकडाउन के चलते वहां फंसे हुए थे. उनके मुताबिक कुल 386 ऐसे छात्र-छात्राओं की सूची प्रदेश सरकार के पास आयी - जिनमें से 186 जम्मू, 134 कश्मीर और 56 लद्दाख के छात्र थे. उन्होंने कहा कि तीन दिन पहले इन छात्रों को लेने के लिए प्रदेश रोड ट्रांसपोर्ट की 15 बसे भेजी गयी और यह छात्र सोमवार तड़के जम्मू पहुंचे.
सोमवार तड़के जम्मू के कठुआ के लखनपुर पहुंचे इन छात्रों को अलग अलग बसों में अपने अपने गृह ज़िले भेजा गया, जहां इन्हे ज़रूरी क्वॉरन्टीन किया जायेगा. कठुआ के डीएम ओपी भगत के मुताबिक तीन दिन पहले 15 बसे जम्मू से कोटा भेजी गयी थी. उनके मुताबिक कोटा से दूसरे राज्यों के सभी बच्चो को निकाल लिए गया था, और अब वहां फंसे जम्मू कश्मीर और लद्दाख के बच्चों को भी निकाल लिए गया है.
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