Delhi Election: दिल्ली चुनाव में प्रचार क्यों नहीं कर रहे राहुल गांधी? सामने आई ये बड़ी वजह
बीजेपी और AAP के सभी बड़े नेताओं ने दिल्ली में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. BJP की ओर से PM मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा से योगी आदित्यनाथ तक जनसभाएं कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस अलाकमान अब तक दूर है.

दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी और बीजेपी का प्रचार जोर शोर से चल रहा है. हालांकि, कांग्रेस के बड़े नेता इससे गायब हैं. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इन सवालों पर जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी रणछोड़ नहीं रणबांकुरे हैं. उनकी तबीयत खराब है. इसलिए अभी प्रचार से दूर हैं.
दिल्ली चुनाव में कांग्रेस के बड़े नेता गायब होने से जुड़े सवाल पर सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, क्या बीजेपी तय करेगी कि राहुल गांधी कब प्रचार करेंगे? उन्होंने कहा, हमारे स्टार प्रचारक मैदान में हैं. इमरान प्रतापगढ़ी, सचिन पायलट प्रचार कर रहे हैं. हम सब प्रचार कर रहे हैं.
छोटी नेता नहीं हैं प्रियंका गांधी- सुप्रिया श्रीनेत
प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे के अब तक रैली न करने के सवाल पर सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि प्रियंका गांधी कोई छोटी नेता नहीं हैं. इसी तरह खरगे भी बड़े नेता हैं. जब चुनाव जोर पकड़ेगा तब उनकी सभाएं होंगी. बीजेपी अपनी चिंता करे, दिल्ली में 27 सालों से दिल्ली की सत्ता से बाहर है.
ट्रंप की शपथ को लेकर कांग्रेस ने उठाए सवाल
इसके अलावा सुप्रिया श्रीनेत ने बीजेपी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी को नहीं बुलाया गया, जबकि वहां खालिस्तानी आतंकी पन्नू मौजूद था. लेकिन भारत सरकार ने इस पर सवाल नहीं उठाए.
रुपया कहां तक गिरा है?
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, डॉलर के मुकाबले रुपया अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है. जल्द 87 को पार कर जाएगा. मई 2014 में एक डॉलर 58 रुपया पर था जो अब 87 पर पहुंच गया है. विदेशी मुद्रा भंडार दस महीने में निचले स्तर पर है. रुपया संभालने के लिए सरकार ने बहुत खर्च किया लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा. नेहरू जी के जमाने में रुपया करीब 2% गिरा, इंदिरा गांधी के समय करीब दस फीसदी गिरावट आई, मनमोहन सिंह के समय पंद्रह फीसदी की गिरावट आई. नरेंद्र मोदी के समय 34 फीसदी गिरावट आई है. लगता है पीएम मोदी रुपए को सौ के पार कर के मानेंगे.
टॉप हेडलाइंस

